Ischemic Heart Disease ऑफ Disease

kabir Sharma
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देश में दिल के रोगियों की संख्या बीस करोड़ से भी ज्यादा, अंधाधुंध शहरीकरण बीमारी की मुख्य वजह, अस्वास्थ्यकर आहार, तनाव, प्रदूषण से बचने की सलाह

नई दिल्ली। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो देश की टॉप फाइव बीमारियों में दिल की बीमारी सबसे अव्वल है। विशेष रूप से इसके मरीज आश्चर्यजनक रूप से बढ़ रहे हैं जो किसी भी दशा में ठीक नहीं माना जा सकता। देश के ह्दय रोग विशेष डाक्टरों का कहना है कि Ischemic Heart Disease सर्दी का मौसम इस बीमारी के मरीजों के लिए बेहद घातक है। मरीज से ज्यादा परिवार वालों की भी जिम्मेदारी होती है, मरीज को लेकर सावधानी बरतने की।

तीस फीसदी मौतों की वजह

स्वास्थ्य विभाग और विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों की यदि मानें तो तीस फीसदी मौतों की वजह से दिल की बीमारी खासतौर से Ischemic Heart Disease हैं।यह नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज (NCDs) का प्रमुख हिस्सा है, जो कुल मौतों का लगभग 25-30% हिस्सा रखता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और इंडिया स्टेट-लेवल डिजीज बर्डन इनिशिएटिव के अनुसार, 2023-2025 के बीच हृदय रोगों से प्रभावित लोगों की संख्या 20 करोड़ से अधिक है, जो शहरीकरण, अस्वास्थ्यकर आहार, तनाव और प्रदूषण के कारण तेजी से बढ़ रही है।

हालांकि, संक्रामक बीमारियों में क्षय रोग (Tuberculosis – TB) सबसे ज्यादा मामलों वाला है, जहां भारत में दुनिया के 25-27% TB मरीज हैं (लगभग 2.6-2.8 मिलियन नए मामले सालाना)। COVID-19 के बाद TB फिर से प्रमुख चुनौती बन गया है। डायबिटीज के मामले भी 77 मिलियन से ऊपर हैं, लेकिन हृदय रोग कुल मरीजों और मृत्यु दर में सबसे आगे हैं।

टॉप 5 सबसे आम बीमारियां (2025 के अनुमानित आंकड़ों के आधार पर)

नीचे एक तालिका में प्रमुख बीमारियों की जानकारी दी गई है, जिसमें मरीजों की अनुमानित संख्या, कारण और रोकथाम के टिप्स शामिल हैं। ये आंकड़े WHO, ICMR और IHME के रिपोर्ट्स से लिए गए हैं।

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बीमारीअनुमानित मरीज (2025)मुख्य कारणरोकथाम के टिप्स
हृदय रोग (CVD)20 करोड़+अस्वास्थ्यकर आहार, धूम्रपान, उच्च BP, मोटापानियमित व्यायाम (30 मिनट/दिन), कम नमक-चीनी वाला भोजन, BP चेकअप, धूम्रपान छोड़ें।
क्षय रोग (TB)2.6-2.8 मिलियन नए मामलेबैक्टीरिया संक्रमण, कमजोर इम्यूनिटीNi-kshay Poshan Yojana का लाभ लें, BCG वैक्सीन, स्वच्छता बनाए रखें।
मधुमेह (Diabetes)77-101 मिलियनआनुवंशिक, मोटापा, असंतुलित डाइटब्लड शुगर टेस्ट, फाइबर युक्त भोजन, वजन नियंत्रण।
श्वसन रोग (COPD/Asthma)5-6 करोड़वायु प्रदूषण, धूम्रपानमास्क पहनें, धूम्रपान न करें, फेफड़ों की जांच।
कैंसर15.7 लाख नए मामलेतंबाकू, प्रदूषण, अस्वास्थ्यकर जीवनशैलीस्क्रीनिंग (मैमोग्राफी, कोलोनोस्कोपी), धूम्रपान/शराब से दूर रहें।

क्यों बढ़ रही हैं ये बीमारियां?

  • NCDs का बोझ: 60% मौतें NCDs से होती हैं, जो 1990 से दोगुनी हो गई हैं।
  • संक्रामक रोग: TB, डेंगू और मलेरिया जैसे रोग गरीब राज्यों (उत्तर भारत) में ज्यादा हैं।
  • 2025 की चुनौतियां: CKD (क्रॉनिक किडनी डिजीज) के 13.8 करोड़ मामले, जो मौत का 9वां कारण है।

सलाह

  • प्रिवेंटिव केयर: नियमित हेल्थ चेकअप करवाएं और हेल्थ इंश्योरेंस लें, जो इलाज का खर्च कवर करता है।
  • सरकारी योजनाएं: आयुष्मान भारत, TB मुक्त भारत (2025 लक्ष्य) का लाभ लें।
  • यदि लक्षण दिखें (जैसे सीने में दर्द, लगातार खांसी), तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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