सीएम योगी से की शिकायत, कठोर कार्रवाई की मांग, धरना प्रदर्शन कर प्रेशर बनाने का आरोप
किसान यूनियन के नाम पर फर्जी संगठन बनाकर किया जा रहा है अवैध कार्यों का धंधा
अवैध उगाही के लिए लिया जा रहा है किसान यूनियनों के नाम का सहारा: धर्मेन्द्र गुर्जर
मेरठ। भारतीय किसान यूनियन इंडिया के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव धर्मेन्द्र गुर्जर ने मुख्यमंत्री को शिकायत करते हुए अवगत कराया कि कुछ अराजक तत्वों द्वारा हमारे संगठन भारतीय किसान यूनियन इंडिया के नाम से फर्जी संगठन गठित कर, संगठन के नाम का दुरुपयोग करना तथा इस फर्जी संगठन के स्वयंभू राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं इसके मुख्य पदाधिकारियों के विरुद्ध अपराधिक मुकदमे दर्ज है।
मुख्यमंत्री को लिखे शिकायती पत्र में अवगत कराया कि हमारा एक पंजीकृत संगठन भारतीय किसान यूनियन इंडिया के नाम से संचालित है, हमारा संगठन किसान, मजदूर एवं जनहित कार्यों में कार्यरत रहता है। हमारे संगठन की लोकप्रियता को देखते हुए जिला गाजियाबाद निवासी एक अपराधिक व्यक्ति ने हमारे संगठन के नाम से ही एक फर्जी संगठन गठित कर लिया है और स्वयं को उसका राष्ट्रीय अध्यक्ष बताता है।
कई मुकदमें हैं दर्ज
यह एक अपराधिक प्रवृति का व्यक्ति है। अभी कुछ माह पूर्व ही इसके विरुद्ध थाना मोदीनगर, जिला गाजियाबाद में मुकदमा अपराध संख्या 0369 दर्ज हुआ है। इस संगठन में अधिकांश अराजक तत्वों को जोड़ रखा है, इस संगठन से जुड़े लोगों का काम अवैध वसूली, अवैध खनन व अन्य गैर कानूनी कार्यों का है। यही कारण है कि हमारे संगठन की लोकप्रियता को देखते हुए इन्होने हमारे संगठन के नाम से एक फर्जी संगठन खड़ा कर लिया है, जिससे हमारे संगठन की लोकप्रियता को आघात पहुंच रहा है। यह संगठन ब्लैकमेलिंग के लिए ही कार्य करता है। अभी हाल ही में भी इसके पदाधिकारियों ने मेरठ के एक प्रकाशक से अवैध वसूली के लिए दबाव बनाने हेतु सदर तहसील मेरठ में धरना दे रखा है। जबकि जिस भूमि के लिए यह धरना दे रहे है उससे इनका कोई भी लेना-देना नहीं है। उस भूमि के लिए विरोध उस ग्राम के निवासियों अथवा ग्राम सभा को करना चाहिए। इसके पदाधिकारी अवैध नशा मुक्ति केन्द्र का संचालन अवैध खनन और भू-माफिया के रुप में कार्य करते है। इससे हमारे संगठन की बदनामी हो सकती है जबकि हमारा इनसे कोई लेना-देना नहीं है। जनहित में इनके फर्जी संगठन ने कभी भी कोई कार्य नहीं किया है।
मुख्यमंत्री से इस फर्जी संगठन के फर्जी राष्ट्रीय अध्यक्ष व इसके पदाधिकारियों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही करने व इसके द्वारा बनाये गये फर्जी संगठन को प्रतिबंधित करने की मांग की।