झुकाने के बजाए झुक रहे हैं अफसर, मनमानी पर उतारू एक स्कूल को कायदे कानूनों के सामने झुकाने के बजाए यहां सिस्टम चलाने वाले अफसर उसके आगे नमतस्तक नजर आते हैं। हैरानी इस बात की है कि इतना लंबा आंदोलन व धरना और स्कूल संचालक टस से मस होने को तैयार नहीं।साफ है कि सिस्टम चलाने वालों की पूरी शह मिली हुई है। लोगों का साफ कहना है कि मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को सीधी चुनौती दे रहा ही डीडीपीएस स्कूल प्रबंधन। इसलिए जरूर है कि सरकार कुछ तो करे क्यों कि सरकार की साख का सवाल है।। देहरदून पब्लिक स्कूल पर 13 दिन से गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के साथ अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे अभिभावकों का हर दिन उम्मीद लेकर आता है लेकिन शाम होते होते स्कूल प्रबंधन ये उम्मीद निराशा में बदल देता है हालाकि धरने पर अभिभावकों का अटल विश्वास और सक्रात्मक ऊर्जा देखते ही बनती है इसी सकारात्मक ऊर्जा को तोड़ने के लिय स्कूल प्रबंधन नए नए हथकंडे अपना रहा है कल अभिभावकों के हौसले तोड़ने के लिय स्कूल प्रबंधन द्वारा 100 से ज्यादा बच्चो को ऑन लाइन क्लास से रिमूव कर दिया जिसको लेकर कल जीपीए के साथ अभिभावकों ने जिलाधिकारी से मीटिंग कर न्याय की गुहार लगाई जिसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूल को तत्काल ही सभी बच्चो की ऑन लाइन क्लास संचालित करने का आदेश जारी किया लेकिन स्कूल ने एक बार फिर हटधर्मिता दिखाते हुए बच्चो की ऑन लाइन क्लास शुरू नही कर विभाग के आदेश की धज्जियां उड़ा दी अब गेंद जिला अधिकारी और शिक्षा अधिकारियो के पाले में है की आखिर कब इन मासूम बच्चो और अभिभावकों को न्याय दिलाते है पूरे शहर में चर्चा का विषय है की आखिर इतने छोटे से मुद्दे पर भी अगर धरना 13 दिन तक चलेगा तो फिर सरकार और अधिकारियों का क्या महत्व है।