बेटी बचाओ का नारा कार्रवाई में कोताही, -बेटी बचाओ का नारा और छेड़खानी में कार्रवाई में कोताही- मेरठ / बेटी बचाओ का नारा तो ठीक है, लेकिन बेटियां बचेंगी कैसे जब पुलिस ही उन्हें सुरक्षा देने में कोताही बरतने पर उतारू है। छेड़खानी जैसी घटनाओं पर आरोपी पर कठोर कार्रवाई के बजाए जब समझौते का दवाब बनाएगी तथा इसके लिए पीड़ित पर भी केस दर्ज कर लेगी तो फिर छेड़खानी जैसी घटनाएं भला कहां रुक पाएंगी। ऐसा ही एक मामला मंगलवार को एसएसपी के पास पहुंचा जिसमें सीओ को जांच के आदेश दिए गए हैं। मंगलवार को यह परिवार एसएसपी आफिस पहुंचा और अफसरों से शिकायत की। सीओ दौराला को जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
मामला कंकरखेड़ा थाने से जुड़ा है। यहां एक गांव में रहने वाली युवती ब्यूटी पार्लर जाती है। करीब दो माह से कुछ युवक आते जाते युवती को परेशान कर रहे थे। एक दिन मौका पाकर युवकों ने युवती को रोक लिया और उसे फ्रैंडशिप का आॅफर दिया। उसका मोबाइल नंबर मांगने लगे। युवती ने उनका आॅफर ठुकरा दिया और घर जाकर अपने भाई से शिकायत कर दी। युवक अपनी बहन को लेकर आरोपियों के घर पहुंचा और परिजनों से शिकायत कर दी। बताया जाता है कि छेड़छाड़ से जुड़ा मामला होने के बाद भी परिजनों ने गंभीरता नहीं दिखाई और आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। इसके बाद युवक अपनी बहन को लेकर घर आ गया। 30 अगस्त की शाम आरोपियों ने युवती के घर धावा बोल दिया। बहन-भाई को पीटा व जाति सूचक शब्द बोलते हुए धमकी दे दी। पीड़ित पक्ष ने पुलिस को बुलाया लेकिन आरोपी फरार हो गए। बाद में पुलिस ने युवक की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। एसएसपी आफिस आए युवक ने बताया कि कुछ लोग उनके मुकदमे में समझौते का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने विवेचक से सेटिंग कर उनके खिलाफ ही क्रॉस केस दर्ज कर दिया है। जबकि उनके खिलाफ पुलिस के पास कोई साक्ष्य तक नहीं हैं।