समझौते के बाद सदर में सवारी,
मेरठ। प्राचीन श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर दुर्गावाड़ी में विवाद की समाप्ति के बाद धूमधाम से सवारी का आयोजन किया गया तो समाज ने भी राहत की सांस ली। दरअसल इस मंदिर की व्यवस्थाओं का हिसाब मांगा गया था। यह हिसाब मंदिर की कालातीत समिति के मृदुल जैन से मांगा गया बताया जाता है। समाज में इस बात को लेकर रोष था कि हिसाब नहीं दिया जा रहा है, लेकिन जब समाज के बड़ों ने प्रेशर बनाया और सौरभ जैन सुमन भी इसको लेकर अड़ गए तब कहीं जाकर बीच का रास्ता निकला। सुनने में आया है कि मृदुल जैन ने मंदिर जी का करीब एक किलो सोना व एक करोड़ की राशि देने की बात स्वीकार कर ली है। इसके लिए उन्होंने कुछ समय मांगा है। जो समाज के लोगों ने दे दिया है। उसके बाद ही भव्य सवारी संभव हो सकी। यह सवारी अब समाज की ओर से निकाली जा रही है।
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