पावर एसडीओ पर गंभीर आरोप-लाइनमैन ने छोड़ी नौकरी

पावर एसडीओ पर गंभीर आरोप-लाइनमैन ने छोड़ी नौकरी
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पावर एसडीओ पर गंभीर आरोप-लाइनमैन ने छोड़ी नौकरी,

मेरठ। पीवीवीएनएल अफसरों पर आरोपों का सिलसिला फिलहाल खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। महकमे की एमडी से लेकर तमाम अफसरों पर आरोप लग चुके हैं। एमडी पर और किसी ने नहीं बल्कि उनके ही विभाग के एक्सीयन संगल यादव ने आरोप लगा दिए थे। यह बात अलग है कि संगल यादव को बाद में ठेकेदारों ने कमीशन के मांगने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया। केवल संगल यादव ही नहीं बल्कि उनके साथ करीब आधा दर्जन अधिकारियों को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष ने सस्पेंड किया था। इसके अलावा इसी सप्ताह जोन सेकेंड के चीफ को हटा दिया गया। उन्हें एमडी अफिस में अटैच कर दिया गया। बगैर एस्टीमेट बनाए होटल लालकिला में लाइन व खंबा शिफ्ट करने के मामले में संबंधित बिजलीघर का जेई सस्पेंड चल रहा है। उसकी अभी बहाली भी नहीं हुई थी कि उसी बिजलीघर के एक अन्य जेई पर कायदे कानून ताक पर रखकर कनेक्शन देने के मामले में जांच चल रही है। हैरानी तो इस बात की है कि इस कनेक्शन के लिए जिस एसडीओ जो दोषी माना जा रहा है एक्सीयन ने उसी से जांच करा दी है। इसकी जांच किसी अन्य से कराए जाने की मांग पीवीवीएनएल एमडी से की गयी है। अब एक ओर नया व सनसनीखेज मामला एसडीओ रंगोली का आया है। उन पर जातीय उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया गया है। आरोप है कि उनके द्वारा जातीय उत्पीड़न से परेशान होकर एक लाइनमैन ने नौकरी ही छोड़ दी है। एसडीओ  रंगोली आर ए कुशवाहा जो जूनियर इंजीनियर संगठन के पश्चिम के महासचिव भी हैं, पर उन्हीं के लाइनमैन ने जाति के आधार पर उत्पीड़न करने का गंभीर आरोप लगाते हुए सेवा से त्यागपत्र दे दिया है।  लाइनमैन अनिल कुमार जो रंगोली बिजली घर पर कार्यरत है, का कहना है कि मेरी जाति के कारण एसडीओ अनावश्यक ही मेरा उत्पीड़न करते रहते हैं जिसके करण उसने नौकरी से इस्तीफे की बात कही है। उसका यह भी आरोप है कि  इसी बिजली घर पर कार्यरत एक अन्य लाइनमैन जो पोक्सो  ( प्रिंवेशन ऑफ चिल्ड्रन फॉर सक्सुअल ऑफेंस)- (Prevention of children from sexual offences) एक्ट का आरोपी है उसे विशेष सरंक्षण देकर अवैध कार्य कराये जा रहे है| नौकरी छोड़ने वाले इस लाइनमैन ने यह भी याद दिलाया कि  ये वही एसडीओ है जिन्होंने संगठन के सभी अवर अभियंताओं को ले जाकर मुख्य अभियंता कार्यालय में चीफ राघवेंद्र पर ट्रांसफर/पोस्टिंग मे पैसे लेने के आरोप लगाए थे। आरटीआई एक्टिविस्ट पं. नरेश शर्मा ने बताया कि इनकी तानाशाही से त्रस्त होकर पहले भी एक कर्मचारी ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया था इससे पहले यह गंगानगर में जेई और फिर मीटर लेब में जेई थे और फिर प्रमोशन होकर एसडीओ रंगोली हो गए जबकि प्रमोशन पर किसी भी हालत में ज़ोन चेंज किए जाने का नियम है लेकिन यह मेरठ जोन में ही जेई से एसडीओ हो गए।

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