पहचानों ! शहर के अमन का दुश्मन है कौन

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पहचानों ! शहर के अमन का दुश्मन है कौन, मेरठ
यति नरसिंहानंद के बयान के विरोध के नाम पर लगातार शहर के अमन ओ अमान में पलीते का प्रयास किया जा रहा है। वो कौन लोग हैं जिनको शहर की शांति रास नहीं आ रही है। शहर में नवरात्र व रामलीला मंचनों की धूम हैं। भारी संख्या में लोग इन आयोजनों में जमा हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर यति के बयान के विरोध के नाम पर लगातार विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। जबकि पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों द्वारा बार-बार बताया जा रहा है कि बयान के मामले में मुकदमा पहले ही दर्ज किया जा चुका है। पुलिस ने कार्रवाई कर दी, लेकिन इसके बाद भी यति के बयान के विरोध के नाम पर माहौल में पलीता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। आला पुलिस अधिकारी भी मान रहें हैं कि सोमवार को मुंडाली में जो कुछ किया गया उसकी अपेक्षा नहीं की गयी था तथा वह संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है। वह स्वयं र्स्फुत भी नहीं था। इसी के चलते विरोध प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ गंभीर धाराओें में मुकदमें लिख दिए गए हैं।
वहीं दूसरी ओर सबसे गंभीर बात यह है कि जितने भी विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं वे सभी बगैर अनुमति के अचानक किए जा रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि बाकायदा प्लानिंग के तहत ऐसा हो रहा है। शहर के अलग-अलग इलाकों में ये विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। विरोध प्रदर्शनों में जितनी बड़ी संख्या में लोग नजर आते हैं, उससे यह तो स्पष्ट है कि यह केवल संयोग भर नहीं बल्कि कुछ ना कुछ ऐसा है जिसको प्रयोग कहा जा सकता है। इस प्रयोग के पीछे की मंशा क्या है या ऐसा करने वालों के निहितार्थ क्या हैं, इनका खुलासा तो प्रशासन ही कर सकता है।
 लगातार खुल रही पोल
बयान के विरोध में प्रदर्शन के नाम पर अब तक जो कुछ सामने आया है उसने खुफिया सूचना तंत्र यानि एलआईयू की पोल खोलकर रख दी है। अब तक छह बार ऐसा किया जा चुका है, लेकिन एक भी बार भी इसी पूर्व सूचना नहीं दी जा सकी ताकि वक्त रहते पुलिस बंदोबस्त किया जा सकता। जिसके चलते कहा जा रहा है कि जो लोग ऐसा कर रहे हैं वो इस बात का भी लगातार ध्यान रखे हैं कि उनकी प्लानिंग टॉप सीक्रेट रहे और लॉस्ट मूवमेंट तक इसकी भनक तक नहीं लग सके। ऐसा करने में वो पूरी तरह से सफल भी रहे हैं।
अब तक विरोध प्रदर्शन
बीते शुक्रवार को अचानक एक भीड़ इस्लामाबाद की ओर से आयी और सीधे जाकर थाना लिसाड़ीगेट जा घेरा। यह बात अलग है कि पुलिस ने मामले को मैनेज कर लिया। बात को बढ़ने नहीं दिया गया। विरोध प्रदर्शन के नाम पर दो बार थाना लोहिया नगर पर भारी संख्या में लोग जा पहुंचे। यति नरसिंहानंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को बाकायदा तहरीर दी गयी। बीती शनिवार को लिसाड़ी में देर रात भारी संख्या में लोग अचानक जमा होते हैं। इसमें आजाद समाज पार्टी के भी लोग होते हैं। बयान के खिलाफ वो प्रदर्शन करते हैं। दूसरी ओर ब्रह्मपुरी से भी लोग सामने आ जाते हैं। इससे पहले कि उनके बीच टकराव हो एक सूचना पर वक्त रहते एसपी सिटी भारी पुलिस फोर्स लेकर वहां पहुंच जाते हैं। दोनों के बीच पुलिस दीवार बनकर खड़ी जाती है। सोमवार को मुंडाली में भी कुछ इसी तर्ज पर लोग जमा होते हैं। यहां केवल जमा ही नहीं होते। विरोध प्रदर्शन, पुलिस पर पथराव व नारेबाजी भी होती है, लेकिन इसकी भनक भी खुफिया सूचना तंत्र के लिए काम करने वालों को नहीं लग पाती।

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