यूपी से बाजपेयी समेत कुल छह, लोकसभा चुनाव में ब्राह्मणों को साधे रखने के लिए पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी को भी राज्यसभा का टिकट दिया है। वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हैं। इसके अलावा वह उत्तर प्रदेश में केवल भाजपा ही नहीं बल्कि ब्राह्मणो में बड़ा चेहरा भी माने जाते हैं। पिछले कुछ समय से ब्राह्मणों में डा. बाजपेयी को लेकर कुछ न कुछ कसक थी, अब माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के ब्राह्मणों की यह कसक दूर हो जाएगी। इसके अलावा हमीरपुर निवासी राज्य वित्त विकास निगम के अध्यक्ष बाबूराम निषाद को भी राज्यसभा भेजा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर यदि बात की जाए विधानसभा चुनाव में डा. राधामोहन दास अग्रवाल का टिकट कट गया था। उनकी गोरखपुर सदर सीट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़कर जीते थे। ऐसे में डा. राधामोहन को राज्यसभा में समायोजित किया गया है। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने वाले छह प्रत्याशियों के नाम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हाईकमान ने घोषित कर दिया है। रविवार को जारी प्रत्याशियों की सूची में डा लक्ष्मीकांत बाजपेयी और डा. राधामोहन दास अग्रवाल समेत छह नाम शामिल हैं। भाजपा दो महिलाओं को भी यूपी से राज्यसभा भेज रही है। यूपी कोटे की राज्यसभा की 11 सीटें रिक्त हो रही हैं। इनमें से विधायकों के वोटों के गणित से भाजपा की आठ सीटों पर जीत तय है, जबकि सपा के तीन प्रत्याशी जीत जाएंगे। भारतीय जनता पार्टी पिछले दिनों कोर कमेटी की बैठक में 20 से अधिक नामों का पैनल तैयार कर केंद्रीय नेतृत्व को भेज चुकी है। फिर उसमें क्षेत्रीय-जातीय समीकरणों के आधार पर कुछ नाम और जोड़ दिए गए थे। रविवार को जारी सूची में डा लक्ष्मीकांत बाजपेयी और डा. राधामोहन दास अग्रवाल के अलावा सुरेन्द्र सिंह नागर, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह और संगीता यादव के नाम शामिल हैं। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए भारतीय जनता पार्टी की आठ सीटों पर जीत तय है। फिलहाल पार्टी ने छह प्रत्याशियों की सूची जारी की है। बाकी दो और प्रत्याशियों के नामों की घोषणा जल्द की जाएगी, जिसमें भाजपा अपने सहयोगी दलों को राज्यसभा का टिकट दे सकती है।