अवैध है हॉस्पिटल सुधा, मेरठ । आवास विकास परिषद कार्यालय में बैठने वाले जो उच्च पदस्थ अधिकारी सुधा हास्पिटल को अवैध बता कर ध्वस्तीकरण का दम भरते हुए आस्तीन चढ़ाए घूमा करते थे, कार्रवाई के सवाल पर उनका रंग और ढंग अब दोनों बदले हुए नजर आते हैं। इसी लिस सवाल पूछा जा रहा है कि अवैध हॉस्पिटल सुधा के संचालकों से आवास विकास परिषद के अफसरों का यह रिश्ता क्या कहलाता है। शास्त्री नगर आवास विकास परिषद के कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर ही अवैध रूप से बनाया गया सुधा हॉस्पिटल बनकर तैयार हो गया परिषद के अधिकारियों ने पहले तो 31 अवैध हॉस्पिटलों की सूची जारी कर उनको ध्वस्त करने की गीदड़ भभकी तो दे डाली किंतु अब परिषद के अधिकारी इन हॉस्पिटल के खिलाफ कोई कार्यवाही करने से गुरेज कर रहे हैं यहां तक की परिषद के सुप्रीम अधिकारी ने तो इस पूरे प्रकरण में मौन धारण किया हुआ है गौरतलब है कि आवास विकास परिषद ने 31 ऐसे अस्पतालों को चिन्हित किया था जोकि आवासीय भूमि पर अवैध रूप से बनाए गए थे प्रारंभ में परिषद के अधिकारी काफी जोर-शोर के साथ इन अस्पतालों को ध्वस्त करने की बातें कर रहे थे किंतु कुछ समय निकल जाने के पश्चात ही अधिकारियों ने अवैध रूप से बनाए गए हॉस्पिटल से कार्रवाई करने में अपने हाथ खींच लिए यहां तक की आवास विकास परिषद दें मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इन अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त करने के लिए भी लिख दिया था किंतु अब यह हॉस्पिटल बदस्तूर अपने यहां मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज कर रहे हैं ऐसा ही एक हॉस्पिटल है जोकि शास्त्री नगर सेक्टर 7 के आवासीय भूखंड संख्या 188 पर बना हुआ है जिसका नाम सुधा हॉस्पिटल है यह हॉस्पिटल आरटीओ मुख्य सड़क पर स्थित है जोकि परिषद के कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर है इस हॉस्पिटल में प्रतिदिन कई दर्जन मरीज भर्ती होते हैं जिनका इलाज हॉस्पिटल के स्वामी बदस्तूर जारी किए हुए हैं जब इस मामले में परिषद के अधिकारियों से वार्ता की गई तो उन्होंने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया बस यह कह कर टाल दिया कि देखते हैं क्या कार्रवाई हो सकती है।