मेरठ। कोविड-19 को लेकर एडवाजरी जारी होने के बाद यहां एलएलआरएम मेडिकल में पर्याप्त इंतजाम कर लिए गए हैं। लेकिन शहर में परले दर्जे की लापरवाही चिंता का विषय है। बाजार, शादी विवाह और धार्मिक समारोह में जुटने वाली भीड़ स्वास्थ्य विभाग की चिंता का कारण बनी हुई है। इसके अलावा लोगों में कोरोना की टेस्टिंग को लेकर भी गंभीर लापरवाही सामने आ रही है। बाजारों खासतौर से साप्ताहिक पैठों में जिस तरह से भीड़ हो रही है और सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया जा रहा है उससे कोराेना बम की आशंका जतायी जा रही है। मुश्किल यह है कि कोरोना को लेकर एडवाइजरी जारी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग खासतौर से एलएलआरएम मेडिकल प्रशासन ने तो तैयारी कर ली है, लेकिन आम आदमी की लापरवाही मुसीबत खड़ी कर सकती है।
शहर के सीनियर बाल रोग विशेषज्ञ डा. शिशिर जैन व सीनियर फिजिशियन और क्रिटिकल केयर सोसाइटी के अध्यक्ष डा. संदीप जैन का कहना है कि मेरठ में कोरोना के छह केस आने के बाद भी आम आदमी की यदि बात करें तो परले दर्ज की लापरवाही बरती जा रही है। लोगों ना तो मास्क लगा रहे हैं और ना ही सोशल डिस्टेंस बना रहे हैं। इसके इतर डाक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ पूरी सावधानी बरत रहे हैं। वहीं दूसरी ओर आम जन पूरी तरह लापरवाह बने हैं। इससे कोरोना का खतरा बढ़ता है।शहर में कोविड-19 के प्रति लोगों की लापरवाही गंभीर है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार जागरूक करने के बाद भी लोग सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। शहर में न तो लोग मास्क का उपयोग कर रहे हैं और न ही सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं। शहर में हो रहे सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रमों के साथ सार्वजनिक स्थान, बाजार और सामाजिक समारोहों में हजारों की भीड़ बिना किसी सावधानी के जुट रही है। इसके अलावा डा. शिशिर जैन ने भोजन में लिक्विड लेने पर भी जोर दिया
दरअसल कोविड से अब तक सात मौतों और करीब छह हजार केस होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाजरी के बाद यहां भी स्वास्थ्य विभाग खासतौर से मेडिकल प्रशासन ने अपने इंतजाम पुख्ता कर लिए हैं। मेडिकल में बाकायदा एक वार्ड बना दिया गया है। इसके अलावा पर्याप्त दवाओं व पैरा मेडिकल स्टाफ का भी यहां इंतजाम कर लिय गया है। कोविड-19 के मरीजों में इजाफा होने के बाद मेडिकल में खुद चिकित्सक और पेरा मेडिकल स्टाफ भी सावधानी बरत रहा है। मेडिकल प्रधानाचार्य डा. आरसी गुप्ता ने बताया कि केंद्र के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी एहतियाती उपाय करने को कहा है। एलएलआरएम मेडिकल पहले से इसके लिए तैयार है। लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है। डा. आरसी गुप्ता का कहना है कि उनकी सलाह है कि जिस भी परिवार में कोई संक्रमित है उस परिवार के सभी लोग अपना कोराना टैस्ट अवश्य कराएं। यह अपने और दूसरों के लिए भी सुरक्षा देने वाला है। उन्होंने कहा कि कोरोना का टेस्ट कराने में किसी भी प्रकार की बुराई नहीं है। यह बेहद जरूरी है। शहर के सीनियर फिजिशियन और क्रिटिकल केयर सोसाइटी के अध्यक्ष डा. संदीप जैन का कहना है कोराेना को लेकर डरने के बजाए सावधानी बरतें बस इतना ही काफी है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने मेरठ में तमाम एहतियाती इंतजाम किए हैं। सीएमओ भी तमाम उपाय कर चुके हँ। यहां जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, CHC, PHC और निजी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। डा. संदीप जैन ने जोर देकर कहा है कि किसी भी प्रकार का पैनिक ना फैलाएं। लोगों से आग्रह किया है कि ना तो खुद डरें ना दूसरों को डराएं। यह वैरिएंट कोई खतरनाक नही हैं। स्वास्थ्य विभाग मेरठ में बराबर नजर रखे हुए हैं। सभी कोविड तैयारियों की समीक्षा कर ली गई है। साथ ही प्रदेश स्तर पर भी स्थिति की निगरानी की जा रही है।
वहीं दूसरी ओर जानकारी दी गयी है कि कुछ दिन पहले कोविड पॉजिटिव पाई गई एक युवती का क्वारंटाइन पीरियड पूरा हो चुका है और वह अब पूरी तरह स्वस्थ है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें, मास्क पहनें, सामाजिक दूरी बनाए रखें और अनावश्यक भीड़भाड़ से बचें। उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग और टेस्टिंग कर रही हैं। मेडिकल कॉलेज में कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है। डा. आरसी गुप्ता बताया कि बच्ची और युवक दोनों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। बच्ची के माता-पिता की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराने और आइसोलेशन में रहने की सलाह दी है।