हरिद्वार। 30 अप्रैल से शुरू हुई केदारनाथ यात्र अब हैलीकाप्टर से सुरक्षित नहीं रह गयी है। अब तक पांच हादसों ने साबित कर दिया है कि बेहतर है कि हैलीकाप्टर से यात्रा ना करें। दूसरे और परंपरागत साधनों काे ही यूज करें। हरिद्वार और दूसरे स्थानों से चार धाम यात्रा के लिए तमाम सहूलियतें हैं। हरिद्वार से गाड़ियां जाती हैं। आप चाहे तो जीप सरीखी किसी गाड़ी में अकेले भी जा सकते हैं। या फिर परिवार के साथ सफर कर सकते हैं। केवल हरिद्वार ही नहीं अन्य स्थानों से भी चार धाम के लिए सड़क मार्ग की सुविधाएं मौजूद हैं। हैलीकाप्टर से यात्रा करने अब सेफ तो बिलकुल नहीं रह गया है। हैलीकाप्टर से हुई पांच हादसे कम नहीं है। इनमें कई की जान जा चुकी है। सबसे डरावना हादसा तो 8 मई को उत्तरकाशी में हुआ, जिसमें पांच लोगाें की मौत हो गयी और कई अन्य गंभीर घायल हो गए। यह इकलौता हादसा नहीं था। इससे पहले भी तमाम हादसे हो चुके हैं। आपको बता दे कि 30 अप्रैल से शुरू हुई चार धाम यात्रा को लेकर आए दिन हैलीकाप्टर हादसों की खबरें आ रही हैं। 17 मई को गंगनानी के पास हैलीएम्बुलेंस हादसा हुआ। 7 जून को केदारनाथ जा रहे हैलीकाप्टर में तकनीकी खराब हो गयी। आए दिन जब हैलीकाप्टर से हादसे हो रहे हैं तो फिर इससे यात्रा क्यों करनी। हैलीकाप्टर से यात्रा कहीं अंतिम यात्रा ना बन जाए यही सोचकर अब तमाम लोगों ने हैलीकाप्टर से चार धाम यात्रा से दूरी बना ली है।
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