जाम में फंसी गाड़ियों में गर्मी व उमस से बेहाल रहे लोग, नहीं पहुंचा कोई मदद को
मेरठ/ दिल्ली देहरादून के मेरठ एनएच-58 पर शनिवार को दोपहर बाद लगे भयंकर जाम सैकड़ों गाड़ियां घंटों फंसी रहीं। कई किलोमीटर लगे इस जाम में फंसी गाड़ियों में बैठे लोग उमस व गर्मी से बेहाल रहे। जाम की वजह बीते शनिवार 5 जुलाई को भी खड़ौली के अवैध मुस्लिम होटलों के बाहर हाईवे पर वाहनों की अवैध पार्किंग थी। जाम लगा सो लगा लेकिन जाम को खुलवाने के लिए कोई नहीं पहुंचा। हालत इतनी बुरी थी कि कई लोग तो गाड़ियां बंद कर उमस व गर्मी से बचने को बाहर सड़क पर डिवाइडर व रोड साइड में खडे हो गए। हालांकि सड़के दूसरी ओर दा कलाम होटल के समीप इंटरसेप्टर खड़ी थी, लेकिन उसमें बैठे स्टाफ ने भी जाम में फंसी गाड़ियों को निकलवाने का कोई प्रयास नहीं किया।
रोड साइड पर दुकानों की कतार
जाम की वजह हाइवे पर रोड साइड पर अवैध रूप से एनएचएआई स्टाफ द्वारा छोटी-छोटी दुकानें रहीं। मामूली से लालच में एनएचएआई व टोल का स्टाफ ने हाइवे पर दोनों ओर जगह-जगह खोखेनुमा छोटी-छोटी दुकानें लगवा दी हैं। नियमानुसार हाइवे पर एक निश्चित दूरी तक इस प्रकार की कोई दुकान नहीं होनी चाहिए, लेकिन ऊपरी कमाई के चक्कर में कायदे-कानून ताक पर रख दिए गए हैं। परतापुर से लेकर सिवाया टोल प्लाजा पर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर इस प्रकार की दुकानें लगवा दी गयी हैं। रही सही कसर खड़ौली का अवैध मुस्लिम मीट मार्केट पूरी कर देता है, जहां किसी भी होटल के बाहर पार्किंग का माकूल इंतजाम नहीं किया गया है। तमाम ढावानुमा होटलों पर रूकने वाली गाड़ियों की पार्किंग हाइवे या आमतौर पर हाईवे पर होती है।
कांवड़ यात्रा की तैयारी
इसके अलावा कांवड़ यात्रा की भी तैयारी हाइवे पर चल रही है। दरअसल हरिद्वार से चलकर दिल्ली व अन्य स्थानों को जाने वाले बड़ी संख्या में कांवड़ियां मुख्यत हाइवे से होकर गुजरते हैं, शनिवार को कुछ डाक कांवड़ इसी मार्ग से होकर गुजरीं। इन डाक कांवड के साथ कई लोग चल रहे थे। साथ ही इस बात का ध्यान रखा जा रहा था कि भारी भरकम डाक कांवड के पास से होकर वाहन ना गुजरे, लेकिन जो भी डाक कांवड़ गुजर रही थीं वो दिल्ली की ओर जाने वाले रास्त से होकर गुजर रही थीं, जबकि जाम सड़क की दूुसरी ओर हरिद्वार व दिल्ली की ओर जाने वाले मार्ग पर लगा था। लेकिन इसका मुख्य पाइंट खड़ौली के मुस्लिम होटल ही रहे। इन होटलों के पीछे दूर तक यह जाम लगा था।