बिहार चुनाव में भाजपा के खिलाफ मुद्दा, पहले अखिलेश फिर तेजस्वी के ट्वीट, यह मामला एकाएक ट्रेंड करने लगा
मेरठ। शास्त्रीनगर एल ब्लॉक निवासी व्यापारी सत्यमत रस्तौगी से सड़क पर नाक रगड़वाने के मामले में डेमेज कंट्रोल की याद तब आयी जब मेरठ की यह घटना बिहार चुनाव में भाजपा के खिलाफ मुद्दा बन गयी। पहले अखिलेश यादव और फिर तेजस्वी यादव के ट्वीट के भाजपा से यूपी संभल नहीं रहा.. वाले ट्वीट के बाद यूपी भाजपा के नेताओं को समझ में आ गया कि काफी देर हो चुकी है। हालांकि उससे पहले प्रदेश भाजपाध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी संगठन के मेरठी नेताओं ेस अपडेट ले चुके थे।
लखनऊ में बैठे भाजपा के नेताओं को यह समझा दिया
सूत्रों की मानें तो लखनऊ में बैठे भाजपा के नेताओं को यह समझा दिया गया था कि मामला मैनेज कर लिया गया है। सत्यम रस्तौगी से मुलाकात की फोटो भी लखनऊ भेज दी गयी थीं। साथ ही यह भी बता दिया गया कि किसान मोर्चा के जिस पदाधिकारी ने यह कृत्य किया उसको संगठन से निकाल दिया गया है। इसके बाद यूपी भाजपा के नेता मुतमईन थे कि चलो मामला निपट गया, लेकिन गुरूवार को यह मामला एकाएक ट्रेंड करने लगा। गुरूवार को केवल भाजपा ही नहीं बल्कि व्यापार संघ नेताओं को भी लपेट लिया गया। संगठन के सूत्रों की मानें तो शाम होते होते यह समझ आ गया कि मामला शांत नहीं हुआ है, इसमें कठोर कार्रवाई करानी ही होगी, भले ही आरोपी पार्टी के दो बडेÞ नेताओं का करीबी ही क्यों ना हो। वहीं दूसरी ओर लखनऊ से भी लगातार प्रेशर आ रहा था। इसके अलावा दिन भर के घटनाक्रम ने भी पेशानी पर बल डाल दिए। इसके अलावा महापौर, सांसद, राज्यसभा सदस्य, विधायक सभी की चुप्पी पर सवाल खड़ा कर रही खबरें सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगीं।
बडे नेताओं के लिए घर से निकलना मजबूरी
उसके बाद तो भाजपा के बडे नेताओं के लिए घर से निकलना मजबूरी बन ही गयी थी। इसी के चलते सांसद अरुण गोविल, राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी, महापौर हरिकांत अहलूवालिया, राज्यमंत्री दिनेश खटीक, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, जिला भाजपा के अध्यक्ष शिव कुमार राणा व महानगर भाजपाध्यक्ष विवेक रस्तौगी आदि देर शाम एसएसपी डा. विपिन ताडा से मिलने जा पहुंचे। वहीं दूसरी ओर इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी के तीन अन्य साथियों को भी अरेस्ट कर लिया है।
आरोपी चपराना पर रासुका लगेगी
कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने कहा आरोपी चपराना पर रासुका लगेगी सीएम योगी को पूरे प्रकरण से अवगत करा दिया गया है मुख्यमंत्री कार्यालय से पल-पल का अपडेट मेरठ के नेताओं से लिया जा रहा है।