कैंट के निगम में विलय का विरोध

कैंट के निगम में विलय का विरोध
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कैंट के निगम में विलय का विरोध, छावनी परिषद का नगर निगम में विलय करने के संबंध में गठित विलय समिति में कैंट बोर्ड एम्पलाइज फेडरेशन को प्रतिभाग नहीं दिया गया और कर्मचारियों की सभी शंकाओं व समस्याओं का निदान नहीं किया गया तो छावनी परिषद एक संघर्ष समिति का गठन करके व्यापक व्यापक स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। उक्त आंदोलन की घोषणा छावनी परिषद मेरठ में ऑल इंडिया कैंट बोर्ड एम्पलाइज फेडरेशन के आह्वान पर अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस शाखा छावनी परिषद मेरठ एवं छावनी परिषद कर्मचारी यूनियन मेरठ के तत्वाधान में दिए गए एकदिवसीय सांकेतिक धरने के दौरान की गई। धरना स्थल पर आयोजित सभा की अध्यक्षता फेडरेशन के संयुक्त सचिव श्री विक्रांत शर्मा के द्वारा की गई तथा संचालन छावनी परिषद कर्मचारी यूनियन के महामंत्री दुर्गादास कनौजिया के द्वारा किया गया। धरना स्थल पर आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए छावनी परिषद कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष नवीन चंद्र पंत ने सरकार से मांग की कि विलय में से पूर्व कर्मचारियों की समस्याओं का भी निराकरण किया जाना चाहिए, उनकी शंकाओं का समाधान किया जाना चाहिए। सफाई मजदूर कांग्रेस के शाखा अध्यक्ष राजू पेंटर ने भी मांग की कि विलय से पूर्व सरकार को मृतक आश्रितों की स्थाई नियुक्ति करने पर भी विचार करना चाहिए। सैकड़ों आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के भविष्य के विषय में भी सरकार की क्या मंशा है स्पष्ट करना चाहिए। सफाई मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद कुमार बेचैन ने भी आंदोलनकारियों की हिम्मत बढ़ाते हुए कहा कि सरकार तक आपकी आवाज यदि उचित माध्यम से जाती है तो निश्चित रूप से आपकी सभी शंकाओं और समस्याओं का निदान हो जाएगा। फेडरेशन के संयुक्त सचिव विक्रांत शर्मा ने अपना संकल्प दोहराते हुए कहा कि यदि फेडरेशन को विलय के लिए बनाई गई समिति में प्रतिनिधित्व दिया जाता है तो सभी समस्याओं एवं शंकाओं का समाधान हो जाएगा। इस अवसर पर जयपाल तोमर, रमेश कुमार, राजेश जॉन, रवि कुमार, राजकुमार वर्मा, अजीत सिंह, पूरन सिंह, विजय गहलोत, अनुराग चौधरी, दिनेश अग्रवाल, विकास गहलोत, नीरज बेनीवाल, भाग सिंह, सोहनपाल, भारत सिंह आजाद आदि ने भी अपने विचार रखे।

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