कैंट ठेकेदार पर शिकंजे की तैयारी

कैंट ठेकेदार पर शिकंजे की तैयारी
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कैंट ठेकेदार पर शिकंजे की तैयारी, छावनी परिषद मेरठ के संविदा कर्मचारी ठेकेदार पर शिकंजा कस सकता है। यदि सब कुछ ठीकठाक रहा तो कैंट बोर्ड के इस ठेकेदार से संविदा कर्चारियों की मेहनत मशक्कत पर डाके की पाई-पाई का हिसाब लिया जाएगा। ठेकेदार की कारगुजारियों की कैंट बोर्ड प्रशासन तथा मिनिस्ट्री में पहले ही शिकायत की जा चुकी है। रविवार को इसकी कारगुजारियों से मेरठ-हापुड़ लोकसभा सांसद राजेन्द्र अग्रवाल को भी अवगत कराते हुए कैंट बोर्ड के ठेकेदार से संविदा कर्चारियों से जो अवैध कटौती की जा रही है उसको लेकर कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की गयी है। साथ ही सांसद से यह अवैध रूप से की जाने वाली कटौती बंद कराए जाने तथा पूरा वेतन जो तय किया गया है वह ठेकेदार से संविदा कर्चारियों को दिलाए जाने की मांग की है।  छावनी परिषद मेरठ में आउट सोर्सिंग कर्मचारियों के वेतन से की जाने वाली अवैध कटौती के खिलाफ अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस शाखा छावनी परिषद मेरठ एवं छावनी परिषद कर्मचारी यूनियन मेरठ के द्वारा मेरठ – हापुड़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजेन्द्र अग्रवाल  को एक ज्ञापन देकर उक्त अवैध कटौती को रोकने एवं ठेकेदार मंयक चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने पर सम्बन्धित प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता कर उसके खिलाफ उचित कार्रवाई कराने का अनुरोध किया। सांसद  ने कर्मचारियों के शिष्टमंडल को आश्वासन दिया कि किसी को भी गरीब कर्मचारियों का शोषण नहीं करने दिया जाएगा और पीडित कर्मचारियों की पूरी मदद की जायेगी ।अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव विनोद कुमार बेचैन के नेतृत्व में दिये गये ज्ञापन के दौरान शिष्टमंडल में दिनेश चौहान, नवीन चन्द्र पन्त, भारत सिंह आजाद,
राजू पेंटर, विकास गहलोत आदि शामिल थे।

धमकी का आरोप

अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का लोकतांत्रिक अधिकार संविधान ने दिया है, लेकिन लगता है कि ठेकेदार के लिए देश का संविधान कोई मायने नहीं रखता। कर्मचारी नेता भरत सिंह आजाद का आरोप है कि आंदोलन रोकने के लिए उन्हें ठेकेदार ने धमकियां दिलायी हैं। लेकिन वह ठेकेदार से डरेंगे नहीं।

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