‘अश्लील’ बताकर यूट्यूब से हटाने का आदेश, किशोरों के दिमाग पर बुरा असर डाल, यह फिल्म किशोरावस्था के संघर्षों, सेक्शुअलिटी और सामाजिक दबावों पर आधारित
नई दिल्ली/ मुंबई। पहले यूटयूब से हटाया गया तो अब यह ओटीटी पर आ रही है। बच्चे इससे दूर रहें यह केवल बड़ों के लिए हें हालांकि यह मूवी किशारोवस्था में होने वाले सेक्सुअलिटी के कुछ घटनाओं पर आधारित है।: तमिल सिनेमा की सबसे विवादास्पद फिल्मों में शुमार ‘बैड गर्ल’ आज जियो हॉटस्टार पर हिंदी, तमिल, तेलुगु और अन्य भाषाओं में स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध हो गई है। अनुराग कश्यप और वेत्रिमारन के प्रोडक्शन में बनी इस ड्रामा फिल्म ने रिलीज से पहले ही हाईकोर्ट का ध्यान खींचा था, जब इसके टीजर को ‘अश्लील’ बताकर यूट्यूब से हटाने का आदेश दिया गया। अब ओटीटी प्लेटफॉर्म पर इसकी रिलीज से एक बार फिर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है – क्या यह युवा पीढ़ी की आजादी का सशक्त चित्रण है या बच्चों पर गलत प्रभाव डालने वाली सामग्री?
फिल्म के निर्देशक वर्षा भरत ने एक हालिया इंटरव्यू में कहा, “यह फिल्म किशोरावस्था के संघर्षों, सेक्शुअलिटी और सामाजिक दबावों पर आधारित है। हमने इसे बोल्ड रखा ताकि दर्शक सोचने पर मजबूर हों।” मुख्य भूमिका में अंजली शिवरामन नजर आ रही हैं, जो एक ऐसी लड़की का किरदार निभा रही हैं जो अपनी पहचान और इच्छाओं के बीच फंसी हुई है। फिल्म जुलाई 2025 में लिमिटेड थिएट्रिकल रिलीज के बाद विवादों में रही, लेकिन क्रिटिक्स ने इसे ‘युवाओं की आजादी पर निडर कमेंट्री’ करार दिया।
विवाद की शुरुआत
फिल्म का टीजर जुलाई में रिलीज हुआ था, जिसमें टीजर को ‘अश्लील’ बताकर यूट्यूब से हटाने का आदेश लगा। मद्रास हाईकोर्ट ने इसे ‘आपत्तिजनक’ मानते हुए तुरंत हटाने का आदेश दिया, जज ने कहा कि यह किशोरों के दिमाग पर बुरा असर डाल सकती है। प्रोड्यूसर्स ने सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट तो ले लिया, लेकिन कोर्ट का फैसला ने फिल्म को फ्री PR दे दिया। अनुराग कश्यप ने ट्वीट कर कहा था, “सिनेमा सवाल उठाता है, जवाब नहीं देता।”
कहानी का सार: ‘बैड गर्ल’ एक 16 साल की लड़की की कहानी है, जो पारंपरिक परिवार और आधुनिक इच्छाओं के बीच जूझ रही है। फिल्म ड्रामा के साथ थ्रिलर एलिमेंट्स जोड़ती है, जहां नायिका अपनी ‘बैड’ इमेज से लड़ते हुए खुद को खोजती है। क्रिटिक्स का कहना है कि यह #MeToo मूवमेंट के बाद की साउथ इंडियन सिनेमा में एक नया कदम है, जो महिलाओं की कामुकता को बिना शर्म के दिखाता है।
ओटीटी रिलीज का असर: आज ही रिलीज हुई फिल्म को जियो हॉटस्टार पर 18+ रेटिंग दी गई है। पहले 24 घंटों में ही यह ट्रेंडिंग में आ गई। दर्शकों की प्रतिक्रियाएं बंटी हुई हैं – कुछ इसे ‘रियलिस्टिक और इंस्पायरिंग’ बता रहे हैं, तो कुछ ‘ओवर-द-टॉप’। एक यूजर ने लिखा, “फिल्म देखकर लगा कि समाज अभी भी महिलाओं की आजादी से डरता है।” वहीं, पैरेंट्स ग्रुप्स ने इसे ‘बैन’ करने की मांग फिर शुरू कर दी।
यह फिल्म साउथ सिनेमा के उन प्रयासों का हिस्सा है जो बॉलीवुड को चुनौती दे रहे हैं। क्या ‘बैड गर्ल’ अगला बड़ा हिट साबित होगी या विवादों का शिकार? आने वाले दिनों में पता चलेगा। अगर आप 18+ कंटेंट के लिए तैयार हैं, तो जियो हॉटस्टार पर चेक करें!