
नई दिल्ली/ लेह। लद्दाख में हिसंक प्रदर्शन ने राज्य से लेकर केंद्र को हिलाकर रख दिया है। सबसे ज्यादा हैरानी भरा भाजपा का कार्यालय फूंक देना है। व्यापक हिंसा के बाद लेह में कर्फ्यू आर्डर जारी कर दिया गया है। रोड पर पुलिस और अर्ध सैनिक बल उतर आए हैं। जो भी नजर आ रहा है उससे सख्ती से पेश आया जा रहा है। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं कि लेह में कर्फ्यू आर्डर जारी होने के बाद कितने लोगोें की अब तक अरेस्टिंग की जा चुकी है और कितनों की मौत हुई है। प्रशासन ने चार की मौत की पुष्टि की है। हिंसा में व्यापक नुकसान की आशंका जतायी जा रही है। लेकिन जानकारों की मानें तो लेह में कर्फ्यू आर्डर लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग थमने की उम्मीद करना बेगमाने होगा।
जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाया लेह लद्दाख किया अलग, अब पूर्ण राज्य का दर्जा चाहते हैं लद्दाख के लोग,सोमन वांगचुक ने किया पंद्रह दिन तक अनशन, पूर्ण राज्य के दर्जा की मांग को लेकर ही भड़की हिंसा,आंदोनकारियों ने गुस्सा भाजपा के कार्यालय पर फूटा जला डाला
वहीं दूसरी ओर सोनम वांगचुक ने अपनी 15 दिनों की भूख हड़ताल ख़त्म कर दी। देर रात एक बयान में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार की हिंसा के लिए सोनम वांगचुक को ज़िम्मेदार ठहराया है। गृह मंत्रालय के आरोपों पर वांगचुक ने फ़िलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। केंद्र सरकार ने एक बयान जारी कर कहा है कि कुछ लोग पूर्ण राज्य और छठी अनुसूची के विस्तार पर लद्दाख के लोगों से हो रही बातचीत में प्रगति से खुश नहीं हैं और इसमें बाधा डाल रहे हैं। केंद्र सरकार ने अपने बयान में कहा है कि इन विषयों पर हाई पावर कमिटी की 6 अक्तूबर को बैठक होने वाली है जबकि 25-26 सितंबर को भी लद्दाख के नेताओं के साथ बैठकें होंगी। बुधवार की सुबह युवाओं के समूह ने आगज़नी और तोड़फोड़ की. इसके बाद उन्होंने बीजेपी मुख्यालय को निशाना बनाया और कई गाड़ियों को जला दिया। कम से कम छह घायलों की हालत नाज़ुक होने के कारण आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।