पुराने कर्मचारियों को हटाकर नए कर्मचारियों को रखने का भी आरोप] निविदा की शर्त में ठेकेदार को अपनी ओर से कराना होता है कर्मचारियों का बीमा,
मेरठ। पीवीवीएनएल डिस्कॉम के मेनपावर ठेकेदार ने कर्मचारियों के बीमे के 12.500 हजार रुपए उनकी सेलरी से काट लिए, जबकि टेंडर की शर्त के मुताबिक ठेकेदार को अपने पास से कर्मचारियों का बीमा कराना होता है। इस मामले को लेकर मंगलवार को निविदा संविदा कर्मचारी सेवा समिति की यहां मिटिंग हुई। ऊर्जा भवन में मिले अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि इस मामले को लेकर बुधवार को डिस्कॉम एमडी से वार्ता की जाएगी। उन्होंने बताया कि मैसर्स पंवार कंस्ट्रक्शन कंपनी को डिस्कॉम के जनपद गाजियाबाद में मेनपावर सप्लाई का ठेका मिला है। ठेके के शर्तों के अनुसार सभी कर्मचारियों का बीमा कंपनी अपनी ओर कराती है, लेकिन इस कंपनी ने बीमे की रकम के 12.500 रुपए कर्मचारियों की सेलरी से काट लिए हैं। शासन के भी स्पष्ट आदेश हैं कि सभी कर्मचारियों का बीमा कंपनी स्वयं के व्यय पर कराएगी, लेकिन यहां उलटा हो रहा है। बीमे की रकम कर्मचारियों की सेलरी से काट ली गयी है। भूपेन्द्र सिंह ने कर्मचारियों की सूची दिखाते हुए बताया कि इन सभी कर्मचारियों की सेलरी से रकम काटी गयी है। यूपी के किसी भी डिस्कॉम में ऐसा कही भी नहीं हुआ है। पीवीवीएनएल डिस्कॉम में चौदह जनपद आते हैं किसी भी अन्य जनपद में इस प्रकार की धांधली नहीं हुई है। इसको लेकर मंगलवार को निविदा संविदा कर्मचारी सेवा समिति की मिटिंग भी हुई। भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि मिटिंग में महामंत्री अमित खारी, पश्चिमांचल अध्यक्ष सचिन, पंकज भाटी, संजय आदि भी शामिल रहे। मिटिंग के बाद एमडी से मिलने का समय मांगा गया। यह मुलाकात बुधवार को होगी। एमडी स
हटाए जा रहे हैं पुराने कर्मचारी
ऊर्जा भवन पहुंचे कुूछ कर्मचारियों ने नाम ना छापे जाने की शर्त पर बताया कि वो सालों से डिस्कॉम में काम कर रहे हैं, लेकिन अब कर्मचारी के सुपरवाइजर पुराने कर्मचारियों को हटाकर नए कर्मचारियों को ला रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 29 ऐसे संविदा कर्मचारी हैं जो सालों से काम कर रहे हैं, लेकिन इस बार उनकी सेलरी रोक दी गयी है। उन्होंने बताया कि एमडी से पूरे मामले की जांच का आग्रह करेंगे।