धर्म या धंधा कब शिकंजा, धर्म की आड़ में धंधा व भोले भाले लोगों की आस्था से खिलवाड़ करने वाले बाबा पर आखिरकार कानून का शिकंजा कस ही गया। शुभम कौशिक(ब्रजघाट) की रिपोट में पूरे मामल समझिये। मामला जनपद हापुड़ की तीर्थ नगरी में बृजघाट का है जहां पर धर्म की आड़ में आस्था के जरिए लोगों को बेवकूफ बनाकर रहने वाले वांछित अभियुक्त विकास उर्फ विकास तिवारी का है जो बंगाल का रहने वाला है। बताया गया है कि दिल्ली से भागकर तीर्थ नगरी बृजघाट पहुंचा जहां पर एक आश्रम में लड़कियों कि शिक्षा की आड़ में लोगों से पैसा इकट्ठा कर अपना उल्लू सीधा कर रहा है। दरअसल विकास तिवारी नाम का यह शख्स पहले राजनगर की रहने वाली युवती से शादी भी कर चुका है। इसने बीस लाख की डिमांड की जिसके बाद डिमांड की भरपाई ना होने के बाद इसमें मारपीट उक्त युवती तिश्रु (परिवर्तित नाम) को घर से बाहर निकाल दिया। उसके बाद यह संस्कृति आर्य उर्फ अर्चना मौर्य और अर्चना तिवारी नाम की एक महिला के साथ बृजघाट के एक आश्रम में रहता है जिससे इसके दो बच्चे भी हैं । इसको गढ़मुक्तेश्वर टोल प्लाजा से गिरफ्तार भी किया था। इसकी पूर्व पत्नी श्रुति न्याय के लिए कोर्ट के चक्कर काट रही है वहीं बीते दिनों इस फर्जी ढोंगी बाबा का एक वीडियो कॉलिंग का स्क्रीनशॉट भी वायरल हो रहा है जिसमें वह नग्न अवस्था में किसी महिला से बात कर रहा था जिसके बाद किसी ने इसके मोबाइल से स्क्रीनशॉट कर उस पोस्ट को वायरल कर दिया वायरल पोस्ट के बाद लोगों में इस बाबा के प्रति काफी रोष भी नजर आ रहा है अब देखने वाली बात यह है कानून ने धर्म की आड़ में एक तरफ जहां राम रहीम और आसाराम जैसे फर्जी बाबाओं को ने सलाखों के पीछे भेजा है वही ऐसे फर्जी बाबा को कानून अपनी गिरफ्त में कब लेता है बाबा को विदेशी महिलाओं के साथ रहना बेहद पसंद है बाबा की फोटो कई बार वायरल हुई है वहीं बाबा के साथ अवैध रूप से रह रही बाबा की दूसरी पत्नी भी बाबा से तंग आ गई है जिसके बाद उसने इस फर्जी बाबा की पूर्व पत्नी के पिता डॉ राम प्रकाश शर्मा से अपने लिए भी न्याय की गुहार लगाते हुए फोन किया था जिसके बाद उन्होंने उस ऑडियो रिकॉर्डिंग को मीडिया के समक्ष भी पेश किया है। फिलहाल यह फर्जी बाबा तीर्थ नगरी बृजघाट पर बने गंगा घाट पर अवैध तरीके से कब्जा करके वहां पर हवन यज्ञ करने का नाटक रच रहा है और जो लोग वहां पर आ रहे हैं उनको यह पता ही नहीं है कि बाबा की सच्चाई क्या है अब देखने वाली बात यह है कि जिस तरीके से बाबा समाज को भ्रमित करने का काम कर रहा है लोगों के इस फर्जी की सच्चाई कब तक उजागर हो पाएगी। पूर्व में बाबा को पुलिस जब पकड़ लायी थी तब का फाइल फोटो या प्रकाशित किया जा रहा है।