डा. वाजपेयी व सांगवान बोले साथ हैं

kabir Sharma
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अरुण गोविल से नहीं हो सकी वकीलों की मुलाकात, आंखें लाल करने की बात कहने वालों के थे होठ लाल, काम बंद कर वकील निकले थे धेराव को

मेरठ। हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर आंखें लाल करने की बात कहने वाले वकीलों के सामने जैसे ही सांसद जी पहुंचे उनकी आंखें नहीं होठ लाल थे। बागपत के सांसद राजकुमार सांगवान और राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी से वकील मिलें लेकिन आंखें लाल कर बात करने में परहेज ही बरता। दरअसल दोनों सांसदों ने पहले ही कह दिया था कि वो बैंच के समर्थन में हैं और कई बार सदन में आवाज भी उठा चुके हैं।

वेस्ट के बाइस जिलों में रही हड़ताल

हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर बुधवार को वेस्ट यूपी के बाइस जिलों के वकील हड़ताल पर रहे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोग न्याय की उम्मीद के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के चक्कर काट कर परेशान हो जाते हैं। सरकार जनता को सस्ता और सुलभ न्याय दिलाने का दावा करती है। ऐसे में कैसे लोगों को न्याय मिल सकेगा। डॉ. राजकुमार सांगवान ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाई कोर्ट बेंच की मांग बहुत पुरानी है। अधिवक्ता और शहर की जनता काफी समय से इस मांग के लिए संघर्ष कर रही है। अब देश में एनडीए की सरकार है। देश के प्रधानमंत्री भी यही चाहते हैं कि नागरिक को सस्ता और सुलभ न्याय मिले।

जयंत उठा चुके हैं आवाज

पूर्व में राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने भी सदन में मांग रखी थी। मैं भी मेरठ बार एसोसिएशन का सदस्य हूं। यह मांग कितनी आवश्यक है मैं जानता हूं। इलाहाबाद की मेरठ से दूरी बहुत ज्यादा है। कई पीढ़ी न्याय के लिए इलाहाबाद के चक्कर काट-काट कर रह जाते हैं। लोकसभा का सत्र शुरू होने वाला है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिवक्ताओं की मांग सदन में रखेंगे। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और कानून मंत्री को भी पत्र लिखेंगे। राज्यसभा सांसद के घर बज रही थी शहनाई, अधिवक्ता करने लगे प्रदर्शन

शहनाई बज रही थीं जा पहुंचे वकील

राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेई के बेटे की शादी है। उनके घर में कार्यक्रम चल रहा है। घर के बाहर टेंट लगा हुआ था और शहनाई बज रही थी। इसी बीच बड़ी संख्या में अधिवक्ता उनके घर पहुंच गए। लक्ष्मीकांत वाजपेई ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए उनकी भी लड़ाई जारी है। ऐसे में कोल्हापुर में जो बैंच मिली है। यह पश्चिमी यूपी के अधिवक्ताओं के लिए तमाचा है। अब पश्चिमी यूपी में ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, बनारस, आगरा समेत मेरठ में हाई कोर्ट बेंच स्थापित की जानी चाहिए। इसके अलावा पश्चिमी यूपी के अधिवक्तों के लिए कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जो अधिवक्ता इलाहाबाद में रहने वाले हैं और पश्चिमी यूपी में बेंच का विरोध करते हैं। उनसे भी संपर्क किया जाएगा। लोकसभा सांसद अरुण गोविल से नहीं मिले, फोन पर आश्वासन दिया

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मेरठ-हापुड़ लोकसभा सांसद अरुण गोविल मेरठ में नहीं थे। डॉ. राजकुमार सांगवान और डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेई का घेराव करने के बाद बड़ी संख्या में अधिवक्ता गंगानगर स्थित डिफेंस कॉलोनी में अरुण गोविल के घर पहुंचे। उन्होंने घर के बाहर प्रदर्शन किया। कुछ देर बाद पता चला कि अरुण गोविल घर पर मौजूद नहीं हैं। अरुण गोविल के प्रतिनिधि ने अधिवक्ताओं की बात फोन के जरिए सांसद से कराई। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगामी सत्र में वह अधिवक्तों की मांग सदन में रखेंगे

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