मार्केट में आठ लाख करोड़ डूबे

kabir Sharma
3 Min Read
WhatsApp Channel Join Now

भारतीय शेयर बाजार में हा-हाकार, बुरी तरह से क्रेश हो गया मार्केट, लोग मोदी सरकार की नीतियों को हैं कोस रहे

नई दिल्ली/मुंबई।भारतीय शेयर बाजार में सोमवार का दिन हा-हाकारी था। मार्केट बुरी तरह से क्रेश हुआ है। लोगों के आठ लाख करोड़ से ज्यादा की रकम डूब गयी है। इसके लिए शेयर बाजार मे काम करने वाले तमाम लोग मोदी सरकार व आरबीआई काे कोस रहे हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की हालिया ब्याज दर कटौती के बावजूद, सेंसेक्स और निफ्टी ने सोमवार को बाजार को भंवर में ले जाकर पूरी तरह से डूबो दिया। जेब कटने से निवेशकों का बुरा हाल है।

FII का मार्केट से रकम निकला ले डूबा

विशेषज्ञ बताते हैं कि मार्केट के क्रेश होने की बड़ी वजह फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) की बिकवाली रही। दिसंबर में अब तक FII ने 10,404 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं, जबकि नवंबर में 11,592 करोड़ का आउटफ्लो हुआ था। रुपये की कीमत भी 90.17 प्रति डॉलर तक लुढ़क गई, जो तेल की ऊंची कीमतों और विदेशी फंडों के बहिर्वाह से हुई। ऊपर से अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक कल से शुरू हो रही है, जिसके फैसले का डर निवेशकों को सता रहा है। HDFC सिक्योरिटीज के हेड ऑफ रिसर्च देवरश वकील ने कहा, “FOMC मीटिंग से पहले निवेशक सतर्क हैं, साथ ही साल के अंत में पोर्टफोलियो एडजस्टमेंट भी हो रहा है।”

रियल्टी इंडेक्स का बुरा हाल

सेक्टर्स की बात करें तो रियल्टी इंडेक्स 3.5% ने ज्यादा नुकसान पहुंचाया, जबकि मीडिया, PSU बैंक और टेलीकॉम में 2.5% की कमजोरी रही। मिडकैप इंडेक्स 1.7% और स्मॉलकैप 2.2% नीचे बंद हुए। टॉप लूजर्स में इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो) 8-9% गिरा, जिससे 4 अरब डॉलर का मार्केट कैप उड़ गया। वजह? इंडिगो ने रविवार को 650 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसल कीं, जिसके बाद रेगुलेटरी वॉर्निंग मिली। अन्य लूजर्स: भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (5% गिरावट), जेएसडब्ल्यू स्टील, श्रiram फाइनेंस और बजाज फाइनेंस। गेनर्स में टेक महिंद्रा, विप्रो, एचसीएल टेक और HDFC बैंक शामिल रहे, लेकिन ये गिरावट को रोक नहीं सके।

विशेषज्ञों की सलाह

मार्केट क्रेश होने से तमाम विशेषज्ञ हैरान और परेशान है। वो निवेशकों को आठ लाख करोड़ की चपत से भी फैडअप हैं। उनकी सलाह है कि डिप्स पर खरीदारी करें, लेकिन सतर्क रहें। यह गिरावट 2025 की बड़ी क्रैश सीरीज का हिस्सा लग रही है, जो अगस्त-सितंबर में शुरू हुई थी।

- Advertisement -

WhatsApp Channel Join Now
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *