
सनातन धर्म इंटर कालेज सदर में घोटाला, प्रधानाचार्य व प्रबंध समिति पर गंभीर आरोप, शासन की मनाही के बाद भी एकत्र की गई रकम
मेरठ। सदर स्थित सनातन धर्म इंटर कालेज में शासन के नियमों के खिलाफ जाकर बच्चों से हर साल ना केवल लगभग एक करोड़ की रकम जमा की गई बल्कि इस रकम की बंटरबाट भी की गई। साल 2013 से कालेज में चल रही इस लूट की जानकारी जब शासन को दी गयी तो वहां से जांच के आदेश दे दिए गए। इस मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शासन के अलावा कमिश्नर के स्तर से भी इस मामले में दो जांचें कराई जा रही हैं। शासन को भेजी गयी शिकायत में कहा गया है कि इस पूरे मामले का लबोलुआव यह है कि जांच पर जांच चल रही हैं लेकिन ना तो कार्रवाई की जा रही है और ना ही बच्चों से लूट रोकी जा रही है। साल 2013 से शुरू जारी बच्चों से कथित लूट आज भी जारी है।
यह है मामला
साल 2013 में सनातन धर्म इंटर कालेज सदर के प्रधानाचार्य पद पर डा. ब्रजभूषण बंसल हापुड़ से तवादला होकर आए। नियम है कि कालेज में किसी भी बच्चे से शासन से निर्धारित फीस के अलावा किसी भी प्रकार का कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। यहां तक कि अभिभावकों से दान तक नहीं लिया जाएगा, लेकिन शासन की इस सख्त मनाही के बाद भी डा. ब्रजभूषण ने वो किया जो शासन ने करने के लिए माना किया था।कालेज के प्रवक्ता मनोज कुमार सिंधु ने डा. ब्रजभूषण पर बच्चों से खुली लूट का आरोप लगाते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक समेत कमिश्नर, डीएम व शासन में बैठे शिक्षा विभाग के अफसरों से शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि करीब हर साल लगभग एक करोड़ की अवैध उगाही पीटीए शुल्क, टाइ-बैल्ट-डायरी व साइकिल स्टैंड आदि के नाम पर यह खुली लूट की गई। जबकि शासन से इस प्रकार से बच्चों से कोई पैसा लेने पर रोक लगाई गई है, लेकिन आरोप है
कि हर साल की जाने वाली करीब एक करोड़ की इस उगाही के लालच में शासन के नियम कायदों को डा. ब्रज भूषण ने रद्दी की टोरकी में डाल दिया। उन्होंने बताया कि यह लूट आज भी जारी है।
कार्रवाई नहीं केवल जांचों में उलझा है केस
इस गंभीर मामले की शिकायत मिलने पर शासन ने जांच के आदेश दिए हैं। अब तक इस मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक कई बार जांच के आदेश कर चुके हैं, लेकिन हैरानी इस बात की है कि जांच तो कई बार हो चुकी हैं, लेकिन बच्चों से कथित लूट के आरोपी प्रधानाचार्य व प्रबंध समिति पर वो कार्रवाई नहीं की गई है जो की जानी चाहिए।
डा. ब्रजभूषण को सेवा विस्तार नहीं
इस मामले में शासन स्तर पर केवल इतना ही किया गया कि डा. ब्रजभूषण की सेवा विस्तार पानी की हरसत पूरी नहीं की। इतना ही नहीं उनका प्रधानाचार्य पद से हआ दिया गया। इनके स्थान पर अब कार्यवाहक प्रधानाचार्य अरुण कुमार गर्ग को बनाया गया है। लेकिन हर साल यहां बच्चों से जमा होने वाली अकूत संपदा के लालच में डा. ब्रजभूषण गर्ग सनानत धर्म कालेज का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं। वो अब उपप्रबंधक की कुर्सी पर चिपके हुए हैं।
ना वसूली और ना ही एफआईआर
कथित लूट कांड का खुलासा करने मनोज कुमार सिंधु का कहना है कि नियमानुसार इस लूअ्र कांड़ में डा. ब्रजभूषण व प्रबंध समिति के आरोपी प्रबंधक राजेन्द्र सिंहल, अध्यक्ष सुरेश चंद गोयल व कोषाध्यक्ष कपिल अग्रवाल से रकम की वसूली कर मुकदमा दर्ज कराया जाना चाहिए था। शिकायत करने वाले मनोज कुमार सिंधु का कहना है कि एक्ट में बाकायदा इसका प्रावधान मौजूद है, लेकिन लूट की इस रकम में मिल रहे हिस्से के चलते जांच करने वाले भी आरोपियों पर कार्रवाई के बजाए उन्हें बचाने में लगे हैं।
यह बोले सफाई में
वहीं दूसरी ओर इस मामले के मुख्य आरोपी बताए जा रहे पूर्व प्रधानाचार्य व वर्तमान उप प्रबंधक डा. ब्रजभूषण बंसल ने बताया कि उन्होंने जो भी पैसा लिया वो शासन की अनुमति से लिया। शासन ने उनको सेवा विस्तार नहीं दिया है। इसका मामला हाईकोर्ट में चल रहा है। इनके अलावासनातन धर्म इंटर कालेज सदर के अध्यक्ष सुरेश चंद गोयल ने बताया कि एडीएम सिटी जांच करा रहे हैं। इस मामले में 16 तारीख लगी है। उसी दिन कालेज के सारे खाते उनके सामने ले जाकर रख देंगे। कालेज को चलाना मुश्किल हो रहा है। कक्षा एक से आठ तक कोई फीस नहीं ली जाती। कक्षा नौ व दस के बच्चों से 150 और कक्षा 11 व 12 के बच्चों से दो सौ रुपए मात्र लिए जाते हैं। एक टीचर को निलंबित कर दिया था। वही यह सब करा रहे हैं।