पीएम मोदी ने मंदिर पर फहराया ध्वज, सीएम योगी समेत सूबे की सरकार के मंत्री रहे मौजूद, पीएम मोदी ने अयोध्या से नए युग की शुरूआत बतायी
नई दिल्ली/अयोध्या। करोड़ों करोड़ राम को मानने वालों की आस्था ऊफान पर थी जब पांच सौ साल की प्रतीक्षा पूर्ण होने जा रही थी। स्थान अयोध्या जी में श्रीराम जी का भव्य मंदिर और मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व आरएसएस के सरसंघ चालक मोहन भागवत समेत तमाम संत समाज। इस मौके पर उस वक्त मन में हिलोरें उठने लगी जब निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, “यह ध्वजारोहण विश्व भर के भक्तों के लिए घोषणा है कि राम मंदिर पूर्ण हो चुका है।” इससे पहले पीएम मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भव्य भगवा ध्वज फहराकर मंदिर निर्माण की पूर्णता का प्रतीक रचा। यह ‘धर्म ध्वज’ – 10 फीट ऊंचा और 20 फीट लंबा त्रिकोणीय भगवा पताका – भगवान राम की किरणों जैसी चमक, ‘ओम’ अंकन और कोविदार वृक्ष की छवि से सुसज्जित है, जो धर्म, सत्य, न्याय और राष्ट्र धर्म का प्रतीक है। लगभग 12 बजे अभिजीत मुहूर्त में हुए इस ध्वजारोहण ने लाखों भक्तों के हृदय में आस्था की नई लहर पैदा कर दी।
श्री राम और माता सीता के विवाह की पंचमी
यह समारोह श्री राम और माता सीता के विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर हुआ, जो दिव्य मिलन का प्रतीक है। साथ ही, यह सिख गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस भी है, जिन्होंने 17वीं शताब्दी में अयोध्या में 48 घंटे की अखंड ध्यान साधना की थी। मंदिर निर्माण समिति के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 108 आचार्यों ने दक्षिण भारत, काशी और अयोध्या से आकर यह अनुष्ठान संपन्न कराया। पीएम मोदी ने संबोधन में कहा, “2014 में जब मैं प्रधानमंत्री बना, तब करोड़ों भारतीयों के हृदय में जो आस्था जगी, वह आज इस भव्य राम मंदिर में प्रतिबिंबित हो रही है। यह ध्वज न केवल मंदिर का पूर्ण होना दर्शाता है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक पुनरुत्थान की शुरुआत है।” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे ‘यज्ञ की पूर्णाहुति नहीं, बल्कि नए युग का प्रारंभ’ बताया। अयोध्या में सड़कें भक्तिमय उत्सव से गूंज रही थीं