गुड न्यूज! लाइन लॉस में कमी

kabir Sharma
3 Min Read
WhatsApp Channel Join Now


पीवीवीएनएल एमडी ने आरडीएसएस योजना के कामों की जानकारी, गुड न्यूज! लाइन लॉस में कमी


मेरठ। पीवीवीएनएल के उपभोक्ताओं को नॉन स्टॉप बिजली सप्लाई व लाइन लॉस को कम करने के लिए रिवेम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) भारत सरकार द्वारा स्वीकृत की गई है। एमडी ईशा दुहन ने बताया कि इस योजना से चौबीस घंटे बगैर कट लगे सप्लाई जारी रखने व वितरण कंपनियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। आरडीएसएस योजना के तहत डिस्कॉम के 14 जनपदों में जहां युद्धस्तर पर कार्य किए गए, वहीं कार्यदायी संस्थाओं और अधिकारियों के साथ प्रतिदिन समीक्षा से योजना को पंख लगे, परिणाम स्वरूप पीवीवीएनएल के 14 जनपदों में नए फीडरों का निर्माण, फीडरों का विभक्तिकरण, फीडरों का बाइफरकेशन, एलटी लाईनों के जर्जर तार बदलने का कार्य, एचटी लाईनों के जर्जर तार बदलने का कार्य किए गए। एमडी ने बताया कि डिस्कॉम भर में 634 नग फीडर का प्रथक्कीकरण के अन्तर्गत 167487 नग नये पोल लगाये गये। 17422.04 कि०मी० कन्डक्टर लगाया गया तथा 560.75 कि०मी० ए०बी० केपिल लगाया गया, इसके अतिरिक्त 25, 63 एवं 100 केवीए विभिन्न क्षमता के 1882 नग डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लगाये गये। 303 नग फीडरों के विभक्तिकरण का कार्य व 25111 नये पोल लगाये गये, 2482.30 किमी कन्डक्टर लगाया गया। 756 नग जर्जर एचटी लाईनों का तार बदलने व 69358 नये पोल लगाये गये साथ ही 15391.22 किमी कन्डक्टर लगाये गये। 1796 नग जर्जर एलटी लाईनों के तार बदलने तथा का कार्य किया गया जिसमें 198203 नये पोल लगाये गये। इसके अलावा 26080.287 किमी एबीसी केबल लगाई गई। एमडी ने बताया कि उपरोक्त कार्य होने से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. के अन्तर्गत समस्त 14 जनपदों की एटी एण्ड सी हानियों में गत वर्ष के सापेक्ष 11.91 प्रतिशत की कमी आई है। ओवरलोडिग के कारण बार-बार तार टूटने की समस्या से निजात मिली है तथा उपभोक्ताओं की लो वोल्टेज की समस्या का भी समाधान हो गया है, जर्जर तारों के बदले जाने से बार-बार तार टूटने की समस्या का निराकरण हुआ है तथा उपभोक्ताओं को नॉन स्टॉप आपूर्ति की जा रही है।

WhatsApp Channel Join Now
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *