मेरठ। द्वारिकापीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज सरस्वती का मानना है कि मीडिया की बातोें को सरकार अब गंभीरता से नहीं लेती। यदि कोई अन्य ऐजेंसी कहे तो बात सुनी जाती है। राष्ट्रीय मीडिया वास्तविक समाचारों को नहीं दिखा रहा है। शंकराचार्य जी ने पहलगाम हमले की घटना के बाद चार धाम यात्रा के दौरान सरकार से सुरक्षा के कडे इंतजामों की मांग की है। मंगलवार को शंकराचार्य मवाना रोड डिफेंस कॉलोनी स्थित कारोबारी सुदीप अग्रवाल के आवास पर पहुंचे थे और मीडिया से बात कर रहे थे। इससे पहले पुष्पवर्षा से शंकरचार्य का स्वागत किया गया। चरण वंदन किया गया।
पहलगाम हमले में सुरक्षा में चूक पर शंकराचार्य ने कहा कि अगर कोई संस्था सुरक्षा में चूक की बात कहे तो तब सरकार उसे मानेगी। मीडिया की बातों को नहीं सुना जाता है। मुख्य धारा का मीडिया वास्तविक खबरों को नहीं दिखा पा रहा है। साथ ही शंकराचार्य ने कहा कि कश्मीर में हमले को लेकर सरकार ने मीडिया के लिए एडवाइजरी जारी की थी। परंतु कई मीडिया समूह उसको नहीं मान रहे है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुआ हमला भारत पर ही नहीं, बल्कि हिंदुओं पर भी हुआ है। अब हिंदुओं को अपनी रक्षा के लिए योजना और उस पर चिंतन जरूरी है। तीन दिवसीय मेरठ प्रवास पर 6 से 9 मई तक पहुंचे जगदगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि उत्तराखंड में चारों धामों की यात्रा शुरू हो गई है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की यात्रा शुभारंभ पर मेरा वहां रहना हुआ। बिना संकोच के चार धाम यात्रा पर जाना चाहिए। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार को इस घटना को देखते हुए चार धाम यात्रा की सुरक्षा और ज्यादा कड़ी करनी चाहिए। पहलगाम हमले पर कहा कि देश की जनता सरकार द्वारा कठोर कदम की प्रतीक्षा में है। देरी पर उन्होंने कहा कि हमें घबराना नहीं चाहिए, हो सकता है सरकार मजबूत तैयारी में लगी हो। 17 मार्च में रामलीला मैदान में कार्यक्रम की अनुमति रद्द करने पर उन्होंने कहा कि हम राजनीतिक पार्टियों की सच्चाई सामने लाना चाहते थे कि पार्टियां गौ रक्षा को लेकर क्या सोचती हैं। दिल्ली में सरकार द्वारा अनुमति रद्द करने पर उनकी मंशा साफ हो जाती है।
पहलगाम हमले में सुरक्षा में चूक पर शंकराचार्य ने कहा कि अगर कोई संस्था सुरक्षा में चूक की बात कहे तो तब सरकार उसे मानेगी। मीडिया की बातों को नहीं सुना जाता है। मुख्य धारा का मीडिया वास्तविक खबरों को नहीं दिखा पा रहा है। साथ ही शंकराचार्य ने कहा कि कश्मीर में हमले को लेकर सरकार ने मीडिया के लिए एडवाइजरी जारी की थी। परंतु कई मीडिया समूह उसको नहीं मान रहे है।
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