
बिहार विधानसभा चुनाव में क्या होगा सुशासन बाबू का, पहले चरण में बंपर वोटिंग के मायने क्या, क्या NDA पर भारी INDIA की लहर
बिहार विधानसभा चुनाव 2025ए पहला चरण में रिकॉर्ड 65.08% वोटिंग, NDA पर भारी पड़ रही विपक्ष की लहरए तीसरा मोर्चा उभर रहा धाकड़ ताकत
नई दिल्ली/ पटना। बिहार विधानसभा के चुनाव में विश्वलेश्क पूछ रहे हैं कि क्या वाकई NDA पर भारी INDIA की लहर भारी पड़ रही है और जनसुराज पार्टी तेजी से मजबूत विकल्प बन सकता है। हालांकि ये अभी कयास भर हैं और चुनावी तस्वीर साफ होने तक 14 नवंबर तक का इंतजार करना होगा।
धमाकेदार रहा पहला चरण
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण धमाकेदार समाप्त हो चुका है, जहां 121 सीटों पर रिकॉर्ड 65.08% मतदान दर्ज किया गया – बिहार के इतिहास का सबसे ऊंचा आंकड़ा। यह उत्साह न केवल लोकतंत्र की जीत है, बल्कि सत्ता पक्ष NDA के लिए खतरे की घंटी भी। विपक्षी महागठबंधन के तेजस्वी यादव ने ‘परिवर्तन की हवा’ का दावा किया, तो जन सुराज के प्रशांत किशोर ने कहा, “30 साल बाद नया सिस्टम बनेगा।” दूसरा चरण 11 नवंबर को है, और 14 नवंबर को रिजल्ट से तय होगा कि नीतीश कुमार का ‘सुशासन’ टिकेगा या तेजस्वी की ‘न्याय की राजनीति’ चमकेगी।
चुनाव आयोग ने 6 अक्टूबर को शेड्यूल जारी किया, जिसमें दो फेज में वोटिंग तय की गई। कुल 243 सीटों पर 2,600 से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें NDA (बीजेपी-जेडीयू-हम-एलजेपी), महागठबंधन (आरजेडी-कांग्रेस-लेफ्ट) और जन सुराज जैसे तीसरे मोर्चे की धाकड़ एंट्री ने मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया। 7.42 करोड़ वोटरों में 3.92 करोड़ पुरुष और 3.5 करोड़ महिलाएं शामिल हैं, जिसमें 10.72 लाख नए वोटर हैं।
पहले चरण का धमाल: रिकॉर्ड वोटिंग, लेकिन विवादों की भरमार 6 नवंबर को 18 जिलों की 121 सीटों पर वोटिंग हुई। सुबह 7 से शाम 6 बजे तक चले मतदान में बेगूसराय (67.32%), गोपालगंज (64.96%) और मुजफ्फरपुर (64.63%) में सबसे ज्यादा उत्साह देखा गया। एक बुजुर्ग महिला को परिवार ने खाट पर उठाकर बूथ तक पहुंचाया, तो माओवादी प्रभावित भागलपुर के भिंबध क्षेत्र में 20 साल बाद पहली बार शांतिपूर्ण वोटिंग हुई।
लेकिन धाकड़ विवाद भी कम न हुए। समस्तीपुर में VVPAT स्लिप्स सड़क पर बिखरी मिलीं, जिसके बाद एक अधिकारी सस्पेंड और FIR दर्ज हुई। आरा, गोपालगंज और सारण में चार लोगों पर EVM की फोटो लेकर सोशल मीडिया पर शेयर करने का केस। कांग्रेस ने ‘दोगुना वोटर ID’ का आरोप लगाया – दिल्ली विधानसभा में फरवरी 2025 में वोट डालने वाले बीजेपी नेता बिहार में फिर वोट कर रहे। मांझी में सीपीएम विधायक सत्येंद्र यादव की गाड़ी पर हमला, कांच टूटा। बीजेपी प्रत्याशी देवेशकांत सिंह को बूथ पर ‘वोट चोर’ के नारे लगे।
फेज वाइज शेड्यूल और प्रमुख सीटें:
| फेज | तारीख | सीटों की संख्या | प्रमुख जिले/सीटें |
|---|---|---|---|
| पहला | 6 नवंबर | 121 | वैशाली (रघोपुर), मुजफ्फरपुर, भागलपुर (बापू साव) – तेजस्वी यादव का गढ़ |
| दूसरा | 11 नवंबर | 122 | सुपौल, सीतामढ़ी, बेतिया – नीतीश का प्रभाव क्षेत्र; पटना (दिघा: 4.56 लाख वोटर) |
मतगणना: 14 नवंबर। लाइव प्रसारण: DD न्यूज, ABP न्यूज।
मुख्य दलों की रणनीति और धाकड़ दावे:
- NDA (नीतीश-मोदी): पीएम मोदी ने औरंगाबाद रैली में कहा, “रिकॉर्ड वोटिंग मोदी-नीतीश के ट्रैक रिकॉर्ड पर विश्वास है।” अमित शाह ने विपक्ष पर ‘घुसपैठिए कॉरिडोर’ बनाने का आरोप लगाया। चिराग पासवान ने एकजुटता का दावा किया, लेकिन 160+ सीटों का टारगेट।
- महागठबंधन (तेजस्वी-राहुल): तेजस्वी ने कहा, “माहौल अच्छा है, जीत निश्चित।” राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर जेडीयू ने तंज कसा। मल्लिकार्जुन खड़गे ने NDA के ‘400 पार’ दावे का जिक्र कर खारिज किया। कन्हैया कुमार ने कहा, “अगर टिकट मिला होता तो लड़ते।”
- जन सुराज (प्रशांत किशोर): AIMIM ने सीमांचल-मिथिला में 25 कैंडिडेट उतारे। किशोर ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर तंज: “अपनी सीट की चिंता करें।” वोटिंग को ‘परिवर्तन का संकेत’ बताया।
चुनौतियां और उम्मीदें: EVM में सिर्फ 1.21% खराबी – 2020 से बेहतर। मुद्दे: बेरोजगारी, पलायन, कानून-व्यवस्था। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने दावा किया, “हाई टर्नआउट NDA की हार का संकेत, दर्जन भर मंत्री हारेंगे।” दक्षिण अफ्रीका के चुनाव आयुक्त ने भारत को शुभकामनाएं दीं।
यह चुनाव बिहार के भविष्य का आईना है। क्या NDA तीसरी बार सत्ता बरकरार रखेगा, या महागठबंधन-जन सुराज की जोड़ी धाकड़ उलटफेर करेगी? 14 नवंबर का इंतजार कर रहा पूरा देश।