शहर में संवेदनशील इलाकों में पुलिस फोर्स, डीएम व एसएसपी रहे राउंडअप, सोशल मीडिया पर सख्त नजर
नई दिल्ली/लखनऊ/मेरठ। बाबरी मस्जिद कांड़ की बरसी पर पुलिस प्रशासन व जांच ऐजेंसियां शनिवार को हाईअलर्ट पर रहीं। शहर के संवेदनशील इलाकों में व्यापक स्तर पर पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी। इसके अलावा निगरानी सेल सोशल मीडिया पर नजर रखे रहा। सुबह से ही पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी फील्ड में डटे रहे। शहर के हर संवेदनशील इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया और किसी भी अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई।
जगह-जगह चैकिंग
पुलिस ने जगह-जगह वाहनों की चैकिंग की।दिल्ली रोड, हापुड़ रोड, गढ़ रोड, बागपत रोड सहित सभी मुख्य मार्गों पर बैरिकेडिंग और नाका बंदी रही। रैपिड एक्शन फोर्स और क्विक रिस्पॉन्स टीम के अलावा थाना पुलिस भी अलर्ट मोड पर रही। एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन ताडा और डीएम दीपक मीणा खुद सुबह से ही संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा करते रहे। लिसाड़ी गेट, सूरेत, हाशिमपुरा, दिल्ली रोड, किठौर, सरूरपुर, परतापुर, इंचौली सहित करीब दो दर्जन हॉटस्पॉट इलाकों में ड्रोन से निगरानी और सीसीटीवी कैमरों से लगातार मॉनिटरिंग की गई।
निगरानी सेल रहा सक्रिय
सोशल मीडिया सेल भी पूरी तरह सक्रिय रहा। भड़काऊ पोस्ट या अफवाह फैलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। जुमे की नमाज को देखते हुए मस्जिदों के आसपास भी अतिरिक्त फोर्स रखी गई और नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हुई। मेरठ के अलावा सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, रामपुर, मुरादाबाद में भी यही हाल रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बाद पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। अब तक जिले में कोई अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है। प्रशासन का दावा है कि दिनभर शांति रही और आगे भी कानून-व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है।