IIMT : वन्य जीव दिवस मनाया, मेरठ। विश्वविद्यालय में छात्र अपना करियर बनाने के लिए आते हैं। यहां से दुनिया को बदलने का सपना लेकर निकलते हैं। मगर आप दुनिया को तब बदलेंगे जब दुनिया बचेगी। इंसान की महत्वाकांक्षा पर्यावरण और वनस्पति के लिए घातक साबित हो रही है। 50वें विश्व वन्य जीव दिवस के अवसर पर आईआईएमटी में डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर राजेश कुमार ने यह विचार रखे। राजेश कुमार ने छात्रों से समाज में वन्यजीवों के प्रति जागरुकता लाने को प्रेरित किया। उन्होंने वन्यजीवों के विषय में छात्रों से जानकारी का दायरा बढ़ाने को कहा। 25 सालों से अधिक समय से वन्यजीव संरक्षण से जुड़े हुए वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट और डिप्टी चीफ वेटेनरी ऑफिसर डाॅ राकेश कुमार सिंह ने सांपों या बाकी वन्यजीवों को मारने की जगह उन्हें बचाने की आवश्यकता बताई। ग्लोबल सोशल कनेक्ट के संस्थापक और सिविल एकेडमी के चेयरमैन अभिषेक शर्मा ने छात्रों से कहा की अगर अभी की पीढ़ी जंगलों को बचाने के लिए आगे नहीं आई तो आने वाली नस्लों के लिए सांस लेने लायक पर्यावरण भी नहीं बचेगा। उन्होंने इसी पीढ़ी से अपनी वन संपदा को बचाने के लिए आगे आने का आह्वान किया। ग्लोबल सोशल कनेक्ट की प्रेजिडेंट रिचा सिंह ने छात्रों के साथ वन्यजीवों और जंगलों के बारे में कुछ सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे। सवाल-जवाब राउंड में रितिका धामा, निहार रस्तोगी, मोहम्मद मुस्तकीम जैदी, ईशा जैन, हर्षित, आंचल चैधरी, साक्षी प्रजापति, साक्षी बालियान, हर्ष, शिवानी यादव, उबैद रिजवान और मान्या शर्मा ने सभी सवालों के सही जवाब दिए। सही जवाब देने वाले छात्रों को उनकी जागरूकता के लिए मेडल और प्रमाण पत्रों से सम्मानित भी किया। मीडिया फिल्म्स एंड टेलीविजन स्टडीज विभाग के डीन डाॅ रवींद्र प्रताप राणा ने विचारों को समाज तक पहुंचाने की अपील की। संचालन विभोर गौड ने किया। सेमिनार को सफल बनाने में असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ विवेक सिंह, डाॅ पृथ्वी सेंगर, सचिन गोस्वामी, अमित कुमार राय ने विशेष सहयोग दिया।