सबसे टॉप पर सिंगापुर, अमेरिका टॉप टेन से बाहर, भारत की रेंक एक साल में तेजी से गिरी 85वें पायदान पर
दुबई/नई दिल्ली। दुनिया टॉप टेन देशों के पासपोर्ट में भारत का नाम शामिल नहीं है। टॉप टेन की बात करें तो सबसे ऑप पर सिंगापुर है। अमेरिका भी टॉप टेन के रेंक से बाहर हो गया है, जबकि भारत के पासपोर्ट की रेंक एक साल में गिरकर 85वें पायदान पर पहुुंच गयी है। जिससे 58 देशों तक वीजा-मुक्त पहुंच है। वैश्विक यात्रा की स्वतंत्रता को मापने वाले हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 के ताजा आंकड़ों ने एक बार फिर एशियाई और यूरोपीय देशों की ताकत को रेखांकित किया है। हेनली एंड पार्टनर्स के चेयरमैन क्रिश्चियन कैलिन ने कहा, “पासपोर्ट अब सिर्फ यात्रा दस्तावेज नहीं, बल्कि देश की वैश्विक ताकत का आईना है। एशिया और यूरोप के पासपोर्ट तेजी से मजबूत हो रहे हैं, जबकि पारंपरिक शक्तियां पीछे छूट रही हैं।”
पासपोर्ट की रैंक बताती है दुनिया में देश की पावर
इस इंडेक्स के अनुसार, पासपोर्ट की ‘शक्ति’ का मूल्यांकन उसके धारकों को वीजा-मुक्त या वीजा-ऑन-अराइवल एक्सेस से 227 गंतव्यों में से कितने देशों में मिलता है, उसके आधार पर किया जाता है। इस साल सिंगापुर ने शीर्ष स्थान हासिल किया है, जबकि अमेरिका पहली बार टॉप 10 से बाहर खिसक गया है। इंडेक्स अंतरराष्ट्रीय एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के डेटा पर आधारित है और हेनली एंड पार्टनर्स द्वारा जारी किया गया।
यह रैंकिंग न केवल यात्रा की आसानी दर्शाती है, बल्कि देशों की कूटनीतिक, आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की मजबूती को भी प्रतिबिंबित करती है। 2025 में वैश्विक मोबिलिटी में सुधार हुआ है, लेकिन शीर्ष और निचले स्तर के बीच की खाई और चौड़ी हो गई है। अफगानिस्तान का पासपोर्ट सबसे कमजोर (26 देशों तक पहुंच) बना हुआ है, जबकि सिंगापुर के पास 195 गंतव्य खुले हैं।
टॉप 10 सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट: रैंक, देश और वीजा-मुक्त पहुंच
| रैंक | देश | वीजा-मुक्त/वीजा-ऑन-अराइवल एक्सेस (कुल 227 में से) |
|---|---|---|
| 1 | सिंगापुर | 195 |
| 2 | जापान | 193 |
| 2 | दक्षिण कोरिया | 193 |
| 3 | डेनमार्क | 192 |
| 3 | आयरलैंड | 192 |
| 3 | फिनलैंड | 192 |
| 3 | फ्रांस | 192 |
| 3 | जर्मनी | 192 |
| 3 | इटली | 192 |
| 3 | स्पेन | 192 |
नोट: रैंक 3 पर कई यूरोपीय देश साझा स्थान रखते हैं। यह रैंकिंग अक्टूबर 2025 की हेनली रिपोर्ट पर आधारित है।
प्रमुख हाइलाइट्स: कौन चढ़ा, कौन गिरा?
- सिंगापुर की वापसी: 2024 में छह देशों के साथ संयुक्त शीर्ष पर रहने के बाद, सिंगापुर ने 195 एक्सेस के साथ अकेला नंबर 1 हासिल किया। एशिया का दबदबा जारी है।
- एशियाई उभार: जापान और दक्षिण कोरिया ने दूसरा स्थान साझा किया, जबकि UAE (संयुक्त 10वें स्थान पर) पहला अरब देश है जो टॉप 10 में शामिल हुआ, 72 नए गंतव्यों के साथ।
- अमेरिका का ऐतिहासिक पतन: अमेरिकी पासपोर्ट 2024 के 9वें से गिरकर 11वें स्थान पर खिसक गया, जो इंडेक्स के 20 साल के इतिहास में पहली बार टॉप 10 से बाहर है। इसके पीछे कूटनीतिक नीतियां और वीजा प्रतिबंध जिम्मेदार बताए जा रहे हैं।
- भारत की स्थिति: भारतीय पासपोर्ट 2024 से 5 स्थान गिरकर 85वें स्थान पर है, जिससे 58 देशों तक वीजा-मुक्त पहुंच है।