इंतेहा हो गयी इंतजार की..,
-एक बार फिर खिसकी बेसिक के टीचरों की प्रमोशन की डेट
-अब 22 नवंबर को जारी हो सकती है लखनऊ से प्रमोश की सूची
मेरठ। प्रमोशन का इंतजार कर रहे टीचरों के सब्र का बांध टूटने को तैयार है। प्रमोशन लिस्ट का जारी किया जाना एक बार फिर टल गया है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने प्रमोशन सूची जारी करने में देरी पर त्यौरी चढ़ा ली है। शिक्षक संघ ने चेतावनी दी है कि यदि 22 नवंबर को भी प्रमोशन सूची जारी नहीं तो फिर जो भी परिणाम होंगे उसकी जिम्मेदारी महकमे को चलाने वाले उच्च पदस्थ अफसरों की होगी।
अच्छे दिन आने का इंतजार
सूबे के प्राइमरी स्कूलों के सहायक अध्यापकों को अच्छे दिन आने का इंतजार है। लेकिन यह अच्छे दिन तभी आएंगे जब शासन स्तर से प्रमोशन सूची जारी कर दी जाए। मेरठ के शिक्षक नेताओं ने बताया कि अध्यापकों की पदोन्नति की प्रक्रिया अब 22 नवंबर तक पूरी होगी। शिक्षकों की पदोन्नति के लिए पिछले 11 महीने में यह चौथी बार तारीख बढ़ाई गई है। सूची जारी करने में हो रही देरी पर शिक्षक संघ की नाराजगी को देखते हुए पता चला है कि प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा ने इस पर नाराजगी भी जताई। सूत्रों ने जानकारी दी कि इसी के चलते दीपावाली से पहले बीते गुरुवार को उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में उन्होंने इस प्रकरण पर जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब-तलब किया और पूछा कि आखिर बार-बार तारीख क्यों बढ़ाई जा रही है।
इंतेहा हो गयी इंतजार की..
इस साल के शुरू से यनि माह जनवरी से प्रमोशन सूची का इंतजार किया जा रहा है। मेरठ में करीब दो हजार ऐसे टीचर हैं जिन्हें इस सूची का इंतजार है। वहीं दूसरी ओर लखनऊ में बैठ अफसरों की ओर से इस लेट लतीफी पर सफाई दी गयी है कि अभी शिक्षकों से संबंधित डाटा पूरा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, ऐसे में वक्त लग रहा है। फिलहाल उन्होंने अब आगे तय की गई तारीख तक इसे हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए। शिक्षक इस वर्ष जनवरी से पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं और चार बार तारीख बढ़ाई जा चुकी है। प्राइमरी स्कूलों के सहायक अध्यापकों की पदोन्नति की प्रक्रिया अब 22 नवंबर तक पूरी होगी। 11 महीने में यह चौथी बार तारीख बढ़ाई गई है।
तारीख पर तारीख
प्रमोशन सूची की यदि बात की जाए तो केवल तारीख पर तारीख दी जारी हैं प्रमोशन सूची जारी नहीं की जा रही है। प्रमोशन सूची जारी करने के बजाए केवल तारीखों का एलान किया जाता है। 31 जनवरी को पत्र जारी कर 10 अप्रैल तक, दूसरी बार 25 मार्च को पत्र जारी कर इसे 25 अप्रैल तक, तीसरी बार 15 अक्टूबर को पत्र जारी कर इसे आठ नवंबर तक पूरा करने और अब चौथी बार इसे बढ़ाकर 22 नवंबर तक किया गया है।
आस्तीन चढ़ाए बैठे हैं दो हजार टीचर
-बीएसए से जारी प्रमोशन सूची है सारे फसाद की जड़
-16 को बात ना बनी तो पहले हड़ताल फिर कोर्ट की तैयारी
मेरठ जनपद में प्रमोशन सूची का इंतजार कर रहे करीब दो हजार टीचर आस्तीन चढाए बैठे हैं। उनकी नाराजगी की वजह से बीएसए कार्यालय की प्रमोशन सूची है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राकेश तोमर ने बताया कि अब तक दो बार प्रमोशन सूची जारी की गयी है, जो सूची जारी की गयी है वह खामियों का अंबार है। उन्होंने बताया कि दरअसल हो यह रहा है कि बीएसए कार्यालय में जिस लिपिक को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सूची तैयार करने की जिम्मेदारी है उसी के स्तर से तमाम चूक की जा रही हैं।
यह है सूची तैयार करने में खामी
बीएसए कार्यालय जो प्रमोशन सूची तैयार कर रहा है उसमें जो टीचर ट्रांसफर होकर मेरठ आए हैं उनकी वजह से सारी गड़बड़ी हो रही है। बकौल राकेश तोमर मेरठ जनपद में जब से नए टीचरों की आमद दर्ज हुई है तब से उनकी वरिष्ठता मानी जानी चाहिए। लेकिन हो यह रहा है कि बीएसए कार्यालय उनकी वरिष्ठता उनकी प्रथम नियुक्ति से मान रहा है। ऐसे सैकड़ों टीचर हैं जो कुछ समय पहले ट्रांसफर होने के बाद मेरठ आए हैं। इससे प्रणाली से मेरठ के करीब दो हजार से ज्यादा टीचरों के हित प्रभावित हो रहे हैं।
पहले हड़ताल फिर कोर्ट
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राकेश तोमर कहा है कि प्रमोशन सूची को लेकर 16 नवंबर को बीएसए से बात होगी। यदि बात नहीं बनी तो हड़ताल की जाएगी। कुछ ऐसे भी टीचर हैं जो उनके हित प्रभावित होने पर हाईकोर्ट चले जाएंगे।