एडिशनल कमिश्नर के एसडीएम सरधना को जांच के निर्देश, राशन के साथ जबरन नमक पर बैठी जांच
मेरठ/ महानगर की कुछ दुकानों पर राशन के साथ जबरन नमक दिए जाने के मामले की एडिशनल कमिश्नर ने जांच बैठा दी है। एसडीएम सरधना इसकी जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगे। पिछले कुछ समय से राशन की दुकानों पर कार्ड धारकों को नमक लेने के लिए बाध्य किया जा रहा था। आरोप है कि जो भी राशन कार्डधारक नमक लेने से इंकार करता था उसको बगैर राशन के ही लौटा दिया जाता था। ऐसे तमाम राशनकार्ड धारक थे जो नमक लेने से इंकार कर देते थे और फिर उन्हें राशन भी नहीं दिया जाता था। आरोप है कि उनके कोटे के राशन की कालाबाजारी की जा रही थी। इसको मामले को लेकर राशन की कुछ दुकानों पर कई बार हंगामा भी हुआ, लेकिन तमाम ऐसे कोटेदार बताए जाते हैं जो शिकायतों व हंगामे के बाद भी राशन के साथ नमक बेचना बंद नहीं कर रहे थे। शुक्रवार को मंडलायुक्त से मिलने पहुंचे भाकियू इंडिया के संदीप तितौरिया ने बताया कि इस मामले की उन्होंने डीएसओ से शिकायत की, लेकिन जिन दुकानदारों के नामों की सूची दी उनमें से किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी। उसके बाद उन्होंने एडिशनल कमिश्नर से इसकी विगत 17 सितंबर को शिकायत की थी, उन्हें पूरे मामले की जानकारी देते हुए आग्रह किया गया था कि बजाए आपूर्ति अधिकारी के बजाए किसी अन्य से जांच करायी जाए, उन्होंने इसकी जांच एसडीएम सरधना को सौंपी। संदीप तितोरिया ने बताया कि उसी संबंध में वह आज कमिश्नरी कार्यालय आए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस कंपनी का राशन की दुकानों पर नमक दिया जा रहा है उस कंपनी का मालिक पहले खुद राशन डीलर था। उन्होंने अपनी पत्नी को एक सहकारी समिति पर सेल्समेन नियुक्त कराया हुआ था। अनियमितताओं के चलते उनके खिलाफ 3/7 का मुकदमा भी दर्ज हुआ। उक्त शख्स राशन डीलरों व अधिकारियों से अपनी पहुंच के चलते ही अपनी कंपनी का नमक राशन की दुकानों पर बिकवा रहा है।