नई दिल्ली। ईरान ने इजराइल पर जवाबी हमला बोला है। दरअसल शुक्रवार सुबह किए गए हमले के बाद ईरान की मंशा इजराइल से हिसाब चुकता करने की है। ईरान को उम्मीद है कि मुस्लिम राष्ट्र उसके साथ खड़े होंगे। हालांकि अभी ऐसी कोई बड़ी खबर नहीं है। लेकिन ईरान ने बड़ा नुकसान उठाने के बावजूद इजराइल पर शुक्रवार की रात बड़ा हमला बोलकर साबित कर दिया कि उसके पास काफी जखीरा है और वह लड़ने के मूड में है इराजइल से डरने के मूड में तो कतई नहीं। इरान ने सौ से ज्यादा मिसाइलें इजराइल पर दागी हैं।
इजराइल ने दोबारा हमला बोला
इजराइल ने फिर से ईरान में एयरस्ट्राइक शुरू कर दी है। राजधानी तेहरान में कई जगह पर धमाकों की आवाज सुनी गई है। इजराइली विमानों ने इस्फहान और फोर्डो इलाके में ईरानी न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला किया है। इससे पहले आज सुबह 200 इजराइली फाइटर जेट्स से ईरान के 4 न्यूक्लियर और 2 मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया था। इसमें 78 लोग मारे गए और 329 घायल हुए। मरने वालों में ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिक और टॉप 4 मिलिट्री कमांडर समेत 20 सैन्य अफसर हैं। इजराइली हमले के जवाब में ईरान ने पलटवार करते हुए 100 मिसाइलें दागी हैं। इससे पहले शुक्रवार दोपहर को भी ईरान ने 100 से ज्यादा ड्रोन दागे थे। इजराइली सेना (IDF) ने दावा किया है कि उन्होंने सभी ड्रोन्स को मार गिराया था। इस बीच इजराइली पीएम नेतन्याहू ने पीएम मोदी से फोन पर बात कर मिडिल ईस्ट के हालात की जानकारी दी। नेतन्याहू जल्द ट्रम्प और पुतिन से बात करेंगे।
इसराइली एयर फ़ोर्स ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि, “ईरान के कई मिसाइल लॉन्चर्स और सैन्य ठिकानों पर हमला जारी है।” इसराइली एयर फ़ोर्स ने ईरान को ‘दुनिया के लिए ख़तरा’ बताया है। इससे पहले इसराइल ने शुक्रवार को ईरान में अलग-अलग जगहों पर हमले किए और कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम का केंद्र इनके निशाने पर है। ईरान की तरफ़ से तुरंत प्रतिक्रियात्मक हमलों की आशंका के बीच इसराइल ने समूचे देश में आपातकाल घोषित कर दिया है। ईरान ने कहा है कि इसराइल और अमेरिका को इन हमलों की ‘क़ीमत चुकानी होगी।