



नई दिल्ली। ईरान के मुकाबले इजराइल सैन्य शक्ति के मामले में ज्यादा ताकतवर है। ईरान भले ही जनशक्ति के मामले में इजरायल से आगे निकल जाए, लेकिन हथियारों के मामले में तेल अवीव बढ़त रखता है । उदाहरण के लिए, इजरायल के पास तेहरान से ज़्यादा हवाई ताकत है। ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स से पता चलता है कि इजरायल के पास कुल 612 विमान हैं, जबकि ईरान के पास 551 हैं। यदि मुस्लिम देश इस वक्त ईरान की मदद करेंगे तो भी इजरायल ज्यादा ताकतवार है, क्योंकि उसके पास टैक्नॉलाजी अधिक है। इसके अलावा अमेरिका जैसे देशों से भी इजराइल को खुली मदद है। इन हमलों के बाद अमेरिका ने स्पष्ट तौर पर इसराइल का समर्थन किया है। आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में हालात बिगड़ सकते हैं। इजराल ने आज सुबह किए गए हमले में ईरान पर करीब दो सौ मिसाइलें दागी। इस हमले में ईरान को भारी नुकसान हुआ है। उसके कई फौजी अफसर व सेना के कमांडर मारे गए हैं। इजराल ने ईरान पर हमले की जानकारी अपने कई मित्र देशों को दी है। इजराल का खुलकर अमेरिका द्वारा समर्थन किए जाने के बाद दुनिया के देशों को आशंका है कि रूस ईरान के समर्थन में आकर खड़ा हो सकता है। रूस के अलावा चीन के भी समर्थन करने की बात कही जा रही है। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि अमेरिका इजराल का खुलकर समर्थन कर रहा है।

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