नई दिल्ली। जैसी उम्मीद थी ठीक वैसा ही हुआ। फेडरल रिजर्व की नरमी और भारत अमेरिका संबंधों पर टेरिफ वार के बाद जमी बर्फ के पिघटलने के संकेतों के चलते बुधवार को बाजार झूम उठा। अरसे से इसी बात का इंतजार किया जा रहा था। भारत और अमेरिका के बीच आयी तलखी का सीधा असर बाजार पर नजर आ रहा था। लेकिन बुधवार का दिन अच्छी खबर लेकर आया। भारत और अमेरिका के व्यापार संबंधों में पिछले कुछ दिनों में आई नरमी ने शेयर बाजार के मनोबल को ऊंचा किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत के बाद अब दोनों देशों में व्यापार समझौते को लेकर बातचीत फिर से शुरू करने पर सहमति बनी है। अमेरिकी के मुख्य ट्रेड नेगोशिएटर, ब्रेंडन लिंच इसी सिलसिले में सोमवार को नई दिल्ली पहुंचे। ब्रेंडन लिंच भारतीय अधिकारियों के साथ टैरिफ से जुड़े मसलों पर चर्चा करेंगे। इस बीच ट्रंप ने पीएम मोदी को एक बार फिर से अपना “प्रिय मित्र” बताया है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “मोदी जी के साथ मेरी शानदार बातचीत हुई। मैंने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। वे जबरदस्त काम कर रहे हैं। रूस-यूक्रेन जंग खत्म करने में मोदी ने जो समर्थन दिया है, उसके लिए भी मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं।” इसके जवाब में पीएम मोदी ने भी ट्रंप को धन्यवाद दिया और दोनों देशों को “करीबी मित्र और स्वाभाविक साझेदार” बताया। बाजार को इसी का इंतजार था और वो हो गया। वहीं दूसरी ओर भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में नरमी और फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की संभावना से बाजार का सेंटीमेंट मजबूत हुआ। कारोबार के दौरान, सेंसेक्स 350 अंक या 0.42 फीसदी उछलकर 82,741.93 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी 105 अंक या 0.41 फीसदी उछलकर 25,346 के स्तर पर पहुंच गया। सबसे अधिक तेजी PSU बैंक, आईटी, रियल्टी और ऑटो शेयरों में देखने को मिली। हालांकि दूसरी ओर FMCG, मेटल और फार्मा शेयरों में बिकवाली देखने को मिली।
वहीं दूसरी ओर देश के सीनियर चार्टेड एकाउंटेंट डा. संजय जैन का कहना है कि जब बाजार झूमने लगे तब अभी सावधानी की जरूरत होती है क्योंकि कई बार तेजी सब कुछ उड़ा कर भी ले जाती है।