जोन सी वन गुलजार है-अवैध कालोनियों की बहार है

जोन सी वन गुलजार है-अवैध कालोनियों की बहार है
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जोन सी वन गुलजार है-अवैध कालोनियों की बहार है, मेरठ विकास प्राधिकरण का जोन सी-वन इन दिनों अवैध कालोनियों से गुलजार है। यहां एक दो नहीं कई अवैध कालोनियों काटी गयी हैं। कुछ अवैध कालोनियों में तो भूमाफियाओं ने अवैध मार्केट भी बना डाले हैं। प्राधिकरण के जोन सी-वन  इन दिनों अवैध कालोनियों से गुलजार है। ऐसा लगता ही नहीं इस जोन में अवैध कालोनियां काट रहे भूमाफियाओं को प्राधिकरण के तेज-तर्रार माने जाने वाले वीसी अभिषेक पांडेय आईएएस का भी कोई खौफ है।

साइट पर भूमाफिया की दबंगई फुल:

प्राधिकरण के जोन सी-वन बागपत रोड जहां इन दिनों एक अवैध कालोनी काटी गयी है उसको लेकर क्षेत्र के लोगों ने धारा न्यूज संवाददाता को जानकारी दी कि बाबू लाल प्रजापति नाम के शख्स ने यह अवैध कालोनी काटी है। उन्होंने बताया कि भूमाफिया दिन में  अक्सर अवैध कालोनी में चल रहा काम देखने साइट पर आता है। उसके साथ पूरा लाव लश्कर होता है। लोगों की मानें तो इस भूमाफिया को देखकर नहीं लगता है कि उसको प्राधिकरण के ध्वस्तीकरण दस्ता का कोई खौफ भी है। वह पूरी दबंगई से यहां काम करा रहा है।

सी-वन में कितने भूमाफिया:

मेरठ विकास प्राधिकरण का जोन सी-वन का बागपत रोड इलाके में इन दिनों जमीन के रेट आसमान छू रहे हैं। कभी वक्त में यह पूरा इलाका खेतों के लिए अपनी खासी पहचान रखता था। यहां के किसान शहर और नवीन मंडी पास होने की वजह से इस पूरे बागपत रोड के ज्यादातर इलाके में सब्जी की खेती करती थे, लेकिन जैसे-जैसे जमीन के रेट यहां बढने लगे भूमाफियाओं की गिद्ध दृष्टि यहां की हरियाली पर पड़ी। तमाम भूमाफियाओं के लिए बागपत रोड का इलाका अवैध कालोनियों की नजरिये से सोने की खान साबित हुआ। लाेगों ने बताया कि इस इलाके में जो भूमाफिया इन दिनों सबसे ज्यादा एक्टिव हैं उनमें खुद को भाजपा के नेताओं का करीबी बताने वाला कोई मनीष प्रजापति व बाबू लाल प्रजापति है। इन दो के अलावा भी करीब दर्जन भर बड़े भूमाफिया जोन सी-वन में बड़े स्तर पर सक्रिय हैं।

प्राधिकरण के फिल्ड स्टाफ पर सवाल:

जोन सी-वन में जिस प्रकार से माफिया प्रवृत्ति के माने जाने वाले भूमाफिया तेजी से पांव पसार रहे हैं और फल फूल रहे हैं उसके चलते मेरठ विकास प्राधिकरण के इस जोन के फिल्ड स्टाफ पर जरूर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। कभी अपनी हरियाली के लिए पहचान रखने वाला बागपत रोड का इलाका आज यदि पूरी तरह से हरियाली विहिन होकर कंकरीट के जंगल में तब्दील हो गया है और लगातार अवैध कालोनी काटी जा रही है तो फिर फिल्ड स्टाफ क्या कर रहा है। या फिर यह मान लिया जाए कि इस जोन में भी फिल्ड स्टाफ भूमाफियाओं के खिलाफ बजाए हाथ खोलने के हाथ बांधकर खड़ा हो गया है। यह कहना जल्दबाजी होगा कि जोन सी-वन की अवैध कालोनियों को लेकर मेडा वीसी के आफिस का स्टेटस क्या है।

मेडा वीसी तक सूचना नहीं क्या:

प्राधिकरण के जोन सी-वन में तमाम भूमाफिया जिस प्रकार से खुलकर खेल रहे हैं उसके चलते यह सवाल उठता है कि क्या मेडा उपाध्यक्ष को इस जोन में चल रहे खेल या फिर कहें भूफियाओं के काले कारनामों की जानकारी अभी तक नहीं लग सकी है। दरअसल यह डयूटी जोन के फिल्ड स्टाफ की है कि यदि कोई भूमाफिया दबंगई दिखाता है तो उसकी सटीक सूचना वीसी मेडा को दे ताकि भूमाफियों के लिए दहशत का पर्याय बन चुके अभिषेक पांडेय जोन सी में भी अवैध कालोनियों के सफाए का अभियान चला सकें।

इटायरा के तर्ज पर अभियान की दरकार:

प्राधिकरण के जोन सी-वन में भूमाफियाओं ने जितने बड़े स्तर पर अवैध कालोनियों का जाल बिछाया है उसको देखते हुए इस पूरे जाेन में परतापुर के इटायरा की तर्ज पर ध्वस्तीकरण अभियान की दरकार है। सबसे बड़ी अनिवार्यता इस इलाके में भूमाफियाओं पर अंकुल लगासने की है। यह अंकुश तभी लग सकता है जब पूरे इलाके में बड़े स्तपर अवैध कालोनियों को मेरठ विकास प्राधिकरण ध्वस्त करे। यहां के लोगों को भी संदेश जाए कि अवैध कालोनियों में प्लाट या मकान खरीदना किसी भी तरह मुनासिब नहीं। केवल मेरठ विकास प्राधिकरण से स्वीकृत कालोनी में ही मकान या प्लाट खरीदा जाना सुरक्षित होगा। लेकिन इतना जरूर है कि यदि इस जोन में प्राधिकरण के स्तर से बड़ा ध्वस्तीकरण अभियान अवैध कालोनियों के खिलाफ चलाया जाता है तो इन अवैध कालोनियों से परेशान आ चुके इस इलाके के लोगों का भरपूर सहयोग व समर्थन प्राधिकरण प्रशासन को कार्रवाई के दौरान मिलेगा। लोगों का खुद भी कहना है कि प्राधिकरण उपाध्यक्ष इस इलाके में सक्रिय भूमाफियाओं पर अंकुश लगाएं। अन्यथा जोन सी-वन प्राधिकरण में अवैध कालोनियों के लिए सबसे ज्यादा बदनाम जोन बन जाएगा।

भूमाफियाओं  के खौफ से  चुप्पी की मजबूरी:

मेरठ विकास प्राधिकरण के जोन सी-वन में भूमाफियों की अवैध कालोनियां बागपत रोड के पूरे इलाके के लिए मुसीबत बनती जा रही हैं। दरअसल हो यह रहा है कि अवैध कालोनी काटने वाले भूमाफियाओं को इन कालोनियों में रहने वालों के लिए किसी प्रकार की सुविधा मुहैय्या कराने से कोई सरोकार नही होता। मसलन जैसे सीवरेज सिस्टम, पानी की सप्लाई, ड्रेनेज सिस्टम, कालोनी में साफ सुथरी व चौड़ी सड़कें, प्लान्ड वे में स्ट्रीट लाइटों का इंतजाम। इन अवैध कालोनियों में भूमाफिया बाबू लाल प्रजापति हो या फिर मनीष प्रजापति किसी भी सुविधा का खयाल नहीं रखते। लोगों ने बताया कि ऐसी तमाम अवैध कलोनियों का पानी बगैर बरसात के बागपत रोड की सड़कों पर फैलता है। उनका कहना है कि ड्रेनेज सिस्टम दिया ही नहीं जा रहा है तो कहीं तो कालोनियों में घरों से निकलने वाला पानी बहकर पहुंचेगा। कोई और तो जगह है नहीं ऐसे में अवैध कालोनियाें की सारी गंदगी बागपत मेन रोड पर पहुंच जाती है। जहां तक घरों से निकले वाले कूडे कचरे की बात है तो इन कालोनियों में रहने वाले घर का कूडा कचरा मेन रोड पर कभी भी फैंक देते हैं। जिसके चलते जगह-जगह अवैध कालोनियों के समीप छोटे-छोट अस्थायी खत्ते बना दिए गए हैं। लोगों ने बताया कि अवैध कालोनी में रहने वालों की इस हरकत का शुरू में काफी विरोध किया था, लेकिन जब बाद में भूमाफियाओं के बाउंसरों ने धमकाना शुरू किया तो लोगों ने चुप रहने में ही अपनी भलाई समझी।

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