LLRM में शंखनाद करेंगे सरकार की पेंशन नीति के खिलाफ सोमवार को एलएलआरएम मेडिकल में शंखनाद किया जाएगा। यह जानकारी राज्य के कर्मचारी नेता व सतीश चंद्र त्यागी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मैडिकल कालेज कर्मचारी महासंघ उत्तर प्रदेश एवं जिला अध्यक्ष सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पैंशनर्स एसोसिएशन मेरठ सतीश त्यागी ने दी। उन्होंने बताया कि सोमवार को प्रातः 11 बजे पहले से निधारित कार्य क्रम सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पैंशनर्स एसोसिएशन मेरठ का डी एम कार्यालय पर होगा जिसमें सभी संगठन के सदस्य एवं पदाधिकारी एकत्र होंगे और एक घंटा बैठेंगे। जिला प्रशासन के माध्यम से सीएम को एक ज्ञापन भी भेजा जाएगा। सतीश त्यागी ने बताया कि सरकार की पेंशन को लेकर जो नीति है उसका सरकारी कर्मचारी और शिक्षक विरोध करते हैं , यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है वासतव में यह पैंशन बहाली का मुद्दा कर्मचारियों और शिक्षकों के भविष्य से जुड़ा हुआ है आज एक विधायक पाच वर्ष के लिए चुने जाने पर पूरी जिंदगी पैंशन के हकदार हो जाते हैं यदि यही विधायक दोबारा से सांसद चुन लिए जाते हैं तो सांसद चुनने पर उसकी पैंशन के हकदार हो जाते हैं यानि दो पैंशन एक विधायक की और एक सांसद की। 1952 से लेकर आज तक जितने भी सांसद और विधायक चुने गए उन पर करोड़ों रुपये खर्च हो रहा है, जबकि एन पी एस एक स्वनिवेषित धन वापसी योजना है जिसमें कर्मचारियों का पैसा डूबने वा वापसी का पूरा खतरा है और वापसी की जिम्मेदारी राज्य सरकारों ने नहीं ली है ऐसी स्तिथि में एन पी एस वाले कर्मचारियों को पैंशन ना मिलने के साथ ही साथ उनके द्वारा जमा धनराशि की वापसी भी सुनिश्चित नहीं है इसलिए इस योजना से कर्मचारियों व शिक्षकों को निकाल कर पुरानी पैंशन योजना से आचछादित कर दिया जाना चाहिए। सरकारों द्वारा कर्मचारियों के वेतन से जो दस प्रतिशत पैसा काटा जा रहा है तथा चौदह प्रतिशत सरकार उसमें मिला कर जमा कर रही वह सुरक्षित नहीं है। पता नहीं कहाँ जमा हो रहा कर्मचारी की सेवानिवृत्त होने पर उसको, उसकी जमा धन राशि का साठ प्रतिशत नगद व चालिस प्रतिशत से पैंशन का भुगतान किया जायेगा जो नाकाफी है पुरानी पैंशन कर्मचारियों के बुढ़ापे कि ऐक मात्र सहारा है।