मेडिसीन साइड इफैक्ट पर वर्कशॉप

मेडिसीन साइड इफैक्ट पर वर्कशॉप
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मेडिसीन साइड इफैक्ट पर वर्कशॉप, लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज मेरठ की ओर से मेडिसीन के साइड इफैक्ट को लेकर जागरूकता पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डा वी डी पाण्डेय ने बताया कि प्रधानाचार्य डा आर सी गुप्ता के निर्देशानुसार एन एम सी के पेशेंट सेफ्टी प्रोग्राम (17 से 25 सितंबर) तथा नेशनल फार्माकोविजिलेंस सप्ताह (17 से 23 सितंबर) अन्तर्गत फार्माकोलाजी विभाग मेडिकल कालेज मेरठ द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल चिकित्सालय के बाह्य रोगी विभाग के प्रांगण में उपभोक्ता औषधि दुष्प्रभाव सुचना प्रक्रिया पर जनजागरण अभियान आयोजित किया गया। विभागाध्यक्ष फार्माकोलाजी विभाग डा मोनिका शर्मा के नेतृत्व में डा राजकुमार गोयल एवम डा देवेन्द्र कुमार द्वारा जनसामान्य को उपभोक्ता सुचना फार्म तथा औषधि दुष्प्रभाव के विषय में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। अभियान में एस आई सी डा श्याम सुंदर लाल ने औषधि दुष्प्रभाव सुचना की महत्ता पर प्रकाश डाला। विभागाध्यक्ष फार्माकोलाजी विभाग डा मोनिका शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा चिकित्सलय एवम मेडिकल कॉलेज के समस्त स्वास्थ्य कर्मीयों को जागरुक करने के लिए अपराह्न 2-4 बजे मेडिकल कॉलेज आडीटोरियम में सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमे विभाग के डा आर के पाण्डेय, डा ज्योति गुप्ता, डा अंजली वर्मा द्वारा मेडिकेशन सेफ्टी की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रधानाचार्य डा आर सी गुप्ता ने विभागाध्यक्ष फार्माकोलाजी विभाग डा मोनिका शर्मा एवम उनकी पुरी टीम को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी। इस अवसर पर डा पिंकी विश्वकर्मा, डा एस के पालीवाल, डा गौरव गुप्ता, डा शालिनी गुप्ता, डा अंशु सिंह, डा नीरज मसंद, सिनियर एवम जूनियर रेजिडेंट्स चिकित्सक, छात्र छात्राएं आदि उपस्थित रहे।

हैंड हाइजीन पर वर्कशॉप

एलएलआरएम मेडिकल मेरठ में चिकिस्कीय कर्मियों के लिए हैंड हाइजीन पर एक वर्कशाॅप का आयोजन किया गया।

मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डा वी डी पाण्डेय ने बताया कि प्रधानाचार्य डा आर सी गुप्ता के निर्देशानुसार एन एम सी के पेशेंट सेफ्टी प्रोग्राम (17 से 25 सितंबर) तथा अस्पताल संक्रमण नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत माइक्रोबायोलॉजी विभाग, मेडिकल कालेज , मेरठ द्वारा मेडिकल कॉलेज एवं सम्बंधित सरदार वल्लभभाई पटेल चिकित्सालय में कार्यरत  स्वास्थ्य कर्मीयों (डॉक्टर, नर्स, प्रयोगशाला तकनीशियन, प्रयोगशाला परिचारक, एमबीबीएस छात्र, पैरामेडिकल छात्र) के लिए एक व्याख्यान एवं कार्यशाला का आयोजन अपराह्न 12- 2  बजे मेडिकल कॉलेज आडीटोरियम में किया गया ।
 विभागाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी विभाग डॉ अमित गर्ग के नेतृत्व में सह आचार्य डॉ प्रेम प्रकाश मिश्रा एवं सह आचार्य डॉ सोनल जिंदल ने” हैंड हाइजीन एवं संक्रमण नियंत्रण प्रथाएँ “पर व्याख्यान दिया। इस व्याख्यान में चिकित्सालय के अंदर इन्फेक्शन के फैलने के कारन एवं इसके रोक थाम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी।  इसी विषय में एक कार्यशाला का आयोजन हुआ जो की विश्व स्वास्थ्य संगठन के विश्व स्तरीय मानकों के अनुसार हैंड हाइजीन गाइडलाइन्स पर आधारित था और इसमें करीब 300-400 चिकित्साकर्मी एवं विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
अंत में “हैंड हाइजीन” पर आत्म मूल्यांकन ऑडिट भी किया गया जिससे यह ज्ञात किया गया कि प्रशिक्षण को प्रशिक्षुओं ने कितना आत्मसात किया है।  इस कार्यशाला में  डॉ गौरव गुप्ता, डॉ अरुण , डॉ गोपाल , डॉ दिव्या,  माइक्रोबायोलॉजी विभाग एवं अन्य विभगों के  चिकित्सा शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला एवं हाथों की स्वक्षता विषय पर पोस्टर प्रदर्शन में विभाग के डॉ कार्वी अग्रवाल, डा नायला बेगम, डॉ श्रिष्टि शर्मा, डॉ गुंजन चौधरी, डॉ अनामिका राय, एवं समस्त कर्मचारी ने अपना योगदान दिया। प्रधानाचार्य डा आर सी गुप्ता ने कहा कि अस्पताल में कार्यरत स्वस्थ्यकर्मियों एवम चिकित्सकों के लिए हैंड हाइजिन अति महत्त्वपूर्ण है क्योंकि हाइजिन मरीज को रोग से तथा स्वास्थकर्मी को संक्रमण से बचाती है। मैं मेडिकल कालेज के सभी स्वस्थ्यकर्मियों एवम चिकित्सकों से अपील करता हूं कि वो हैंड हाइजिन का विषेश ध्यान रखें। वैश्विक महामारी कोविड 19 के बाद से आम जनमानस ने भी सैनेटाईजर से हाथ की स्वक्षता को दैनिक दिनचर्या में शामिल कर लिया है। मैं डा अमित गर्ग, डा प्रेम प्रकाश मिश्रा, डा सोनल जिंदल को कार्यशाल के सफल आयोजन के लिए बधाई देता हूं।

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