एनडीए की शानदार जीत, पटन की सड़कों पर जश्न, इंडिया गठबंधन बोला SIR का साइड इफैक्ट, हार स्वीकार सड़कों पर लड़ेंगे संविधान बचाने की लड़ाई
नई दिल्ली/पटना। बिहार में नीतिश फिर एक बार! विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज कराने के बाद नीतीश कुमार फिर एक बार बिहार के सीएम बनने की तैयारी में है। उनकी पार्टी के शानदार प्रदर्शन के बाद भाजपा का अपना सीएम बनाने का मनसूबा धरा का धरा रह गया। बिहार की जनता ने बता दिया कि अभी नीतीश के अलावा कोई दूसरा सीएम कंसीडर नहीं। मौके की नजाकत देखते हुए भाजपा का सीएम बनाने की कवायदों पर फिलहाल आलाकमान ने ब्रेक लगा दिया है।
नीतीश ने दिलायी शानदार सफलता
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने एक बार फिर सत्तारूढ़ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को शानदार सफलता दिलाई है। चुनाव आयोग के आधिकारिक रुझानों और परिणामों के अनुसार, एनडीए ने 243 सीटों वाली विधानसभा में 200 से अधिक सीटें हासिल कर ऐतिहासिक बहुमत प्राप्त किया है, जबकि विपक्षी महागठबंधन बुरी तरह सिमट गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जनता दल (यूनाइटेड) और भाजपा ने मिलकर विपक्ष को धूल चटा दी, जिससे नीतीश कुमार पांचवीं बार शपथ लेने की तैयारी में हैं।
जनसुराज का डेब्यू भी निराशाजनक
चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में संपन्न हुए थे, और आज सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हुई। शुरुआती रुझानों में ही एनडीए ने बढ़त बना ली, जो पूरे दिन बनी रही। नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा को 76 सीटें, जेडीयू को 69, एलजेपी (आरवी) को 20 से अधिक, और अन्य सहयोगी दलों को शेष मिलीं। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को मात्र 59 सीटें मिलीं, कांग्रेस को 7, और अन्य को बिखरी हुई। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी का डेब्यू निराशाजनक रहा, जो शुरुआती लीड के बावजूद तीन सीटों से आगे नहीं बढ़ सकी।
जश्न में डूबीं पटना की सड़कें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में समर्थकों के बीच विजय का जश्न मनाते हुए कहा, “बिहार की जनता ने विकास और स्थिरता को चुना है। महिलाओं और युवाओं के कल्याणकारी योजनाओं ने लोगों का विश्वास जीता। हम गरीबी उन्मूलन और रोजगार सृजन पर तेजी से काम करेंगे।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर एनडीए की जीत को “लोकतंत्र की जीत” बताया और नीतीश कुमार को बधाई दी।
विपक्षी खेमे में हा-हाकार
विपक्षी खेमे में हाहाकार मच गया। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव अपनी पारंपरिक सीट रघोपुर से कड़ी टक्कर के बाद भी आगे चल रहे हैं, लेकिन पार्टी कुल मिलाकर 2020 के 75 सीटों से पीछे खिसक गई। तेजस्वी ने कहा, “यह परिणाम अप्रत्याशित है, लेकिन हम सड़क पर संघर्ष जारी रखेंगे।” कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने परिणामों पर सवाल उठाते हुए धनबल और चुनाव आयोग की निष्क्रियता का आरोप लगाया। समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव ने भी “चुनावी साजिश” का दावा किया। यह जीत एनडीए के लिए खास इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 2020 की कांटे की टक्कर के बाद एकतरफा रही। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत मतदाता सूची की सफाई और महिलाओं की भारी वोटिंग ने गठबंधन को फायदा पहुंचाया। बिहार में एनडीए की यह जीत 2029 लोकसभा चुनावों की दिशा भी तय करेगी।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं, और नीतीश कुमार अगले कुछ दिनों में नया मंत्रिमंडल गठित करेंगे। विपक्ष की ओर से हार स्वीकार करते हुए तेजस्वी ने एकजुट रहने का आह्वान किया।
संक्षिप्त पार्टी-वार परिणाम (रुझान के अनुसार):
| गठबंधन/पार्टी | सीटें |
|---|---|
| एनडीए (कुल) | 200+ |
| – भाजपा | 76 |
| – जेडीयू | 69 |
| – एलजेपी (आरवी) | 20+ |
| महागठबंधन (कुल) | 70-80 |
| – आरजेडी | 59 |
| – कांग्रेस | 7 |
| अन्य | शेष |