
दसवीं बार ली मुख्यमंत्री की शपथ, भाजपा का पूरा कुनबा रहा मौजूद, पीएम मोदी व सीएम योगी ने दी बधाई
नई दिल्ली /पटना। नीतीशक कुमार ने बतौर मुख्यमंत्री दसवीं बार शपथ ली है। उनकी ताजपोशी की मौके पर पीएम मोदी व यूपी के सीएम मोदी भी मौजूद रहे। इन दोनों बड़े नेताओं ने नीतीश को सीएम बनने की बंधाई दी। पटना के गांधी मैदान में भव्य कार्यक्रम में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में हजारों की भीड़ उमड़ी, जो न केवल नीतीश के लंबे राजनीतिक सफर का साक्ष्य बनी, बल्कि एनडीए की एकजुटता का भी प्रतीक साबित हुई। नवंबर महीना नीतीश के लिए हमेशा से भाग्यशाली रहा है – 2005, 2010, 2015 और अब 2025 में शपथें इसी महीने ली गईं। विधानसभा चुनावों में एनडीए की शानदार जीत के बाद यह शपथ अपरिहार्य थी।
27 मंत्रियोंने भी ली शपथ
शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन सुबह 11 बजे शुरू हुआ, जहां राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने नीतीश कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने भी शपथ ली। कुल 27 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की, जिसमें बीजेपी के 14 और जदयू के 8 विधायक शामिल हैं। विभागों का बंटवारा बाद में होगा, लेकिन सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार वित्त, गृह और अन्य प्रमुख विभागों पर नजर रखेंगे।
अतिथियों की बारात
समारोह में राष्ट्रीय स्तर के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी ने इसे और भी खास बना दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे, जिन्होंने नीतीश को बधाई देते हुए कहा, “बिहार का विकास अब नई गति पकड़ेगा। नीतीश जी का अनुभव और एनडीए की ताकत मिलकर राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।” उनके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू और एनडीए शासित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी मंच पर विराजमान रहे। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, “यह ऐतिहासिक क्षण है। नीतीश जी का 10वां कार्यकाल बिहार के लिए मील का पत्थर साबित होगा।”
नीतीश का राजनीतिक सफर: 10 शपथों की झलक
नीतीश कुमार का बिहार की सत्ता पर कब्जा कुछ ऐसा रहा है:
- पहली शपथ: 3 मार्च 2000 (कम्युनिस्ट समर्थन से)
- दूसरी शपथ: 24 नवंबर 2005 (एनडीए के साथ)
- तीसरी शपथ: 20 नवंबर 2010
- चौथी शपथ: 22 फरवरी 2015 (आरजेडी गठबंधन)
- पांचवीं शपथ: 20 नवंबर 2015
- छठी शपथ: 27 जुलाई 2017 (एनडीए वापसी)
- सातवीं शपथ: 16 नवंबर 2020
- आठवीं शपथ: 10 अगस्त 2022
- नौवीं शपथ: 28 जनवरी 2024
- दसवीं शपथ: 20 नवंबर 2025 (आज
नई सरकार के एजेंडे: विकास और सुशासन पर फोकस
शपथ के बाद नीतीश ने संक्षिप्त भाषण में कहा, “बिहार अब पीछे नहीं मुड़ेगा। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और बुनियादी ढांचे पर जोर देंगे। गुड गवर्नेंस हमारा मूल मंत्र है।” एनडीए नेताओं ने भी आश्वासन दिया कि विपक्ष के आरोपों का जवाब काम से दिया जाएगा। विपक्षी दलों ने समारोह का बहिष्कार किया, लेकिन राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि यह सरकार स्थिर रहेगी।
यह शपथ ग्रहण न केवल नीतीश के व्यक्तिगत रिकॉर्ड को मजबूत करता है, बल्कि बिहार की राजनीति में गठबंधन की ताकत को भी रेखांकित करता है। आने वाले दिनों में कैबिनेट विस्तार और नीतिगत फैसलों पर नजरें टिकी हैं।