नोएडा समेत कई जिलों मेंअफसरों पर कार्रवाई , एसपी एसटीएफ की जांच रिपोर्ट पर अब कार्रवाई, राशन घोटाले में अब अफसरों पर शिकंजा
मेरठ। करोड़ों के राशन घोटाले में अब खाद्यान अफसरों कार्रवाई की बारी है। हालांकि नोएडा सरीखे कुछ जिलों में जिला आपूर्ति विभाग के एरिया राशनिंग आफिसर और सप्लाई इंस्पेक्टरों पर मुकदमे की कार्रवाई की गई है, हालांकि गिरफ्तारी किसी की नहीं की जा सकी है, लेकिन घोटाले में यूपी के टॉप टेन जिलों में शुमार जनपद मेरठ में एक भी अफसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।
जांच में एफआईआर की संस्तुति
साल 2018 में प्रदेश भर में राशन घोटाला प्रकाश में आने के बाद तत्कालीन प्रमुख सचिव खाद्यान ने एसटीएफ लखनऊ को जांच के आदेश दिए थे। एसटीएफ के एसपी जो जांच रिपोर्ट प्रमुख सचिव को सौंपी उसमें स्पष्ट कहा गया है कि बगैर अफसरों के मिलीभगत के राशन घोटाला संभव नहीं था। क्योंकि ईपाश मशीन की आईडी अफसरों के पास ही होती थी और आईडी का नंबर प्रतिदिन बदला करता था। इसलिए जितने कसूरवार राशन डीलर हैं उतने ही कसूरवार आपूर्ति विभाग के अफसर भी हैं।
एसटीएफ को इस जांच से हटा दिया
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि बाद में एसटीएफ को इस जांच से हटा दिया गया था और एसआईटी का गठन कर दिया गया। बाद में जिला स्तर पर यह जांच क्राइम ब्रांच करने लगी, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश पर क्राइमब्राच को भी हटा दिया गया था। दरअसल राशन डीलर मैराजुद्दीन सरधना क्राइम ब्रांच की जांच के खिलाफ हाईकोर्ट चले गए थे। मामले की सुनवाई के बाद क्राइमब्रांच को हटा दिया गया और बाद एसआईटी को जांच सौंप दी गयी। उसके बाद यह मामला ईओडब्लू के पास चले गया।
लेकिन सबसे पहली जो जांच लखनऊ एसटीएफ ने की थी सूत्रों ने जानकारी दी है कि वो जांच रिपोर्ट पर अब खाद्यान अफसरों पर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। नाम ना छापे जाने की शर्त पर खाद्यान विभाग के एक बडेÞ अफसर ने बताया कि कार्रवाई की भनक के बाद प्रदेश भर के जिन जनपदों में राशन घोटाला अंजाम दिया गया है वहां के एरिया राशनिंग आफिसर व सप्लाई आफिसर हाईकोर्ट जा पहुंचे हैं।