तेजगढ़ी चौराहा प्रकरण, निर्दोष छात्रों की गिरफ्तारी, विरोध में सर्वसमाज पंचायत की तैयारी
मेरठ/ जनपद के ग्राम काजीपुर में रविवार को प्रस्तावित सर्वसमाज पंचायत की तैयारियों को लेकर आज व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाया गया। पंचायत का मुख्य उद्देश्य तेजगढ़ी चौराहा प्रकरण में निर्दोष छात्रों को जेल भेजे जाने की घटना पर विरोध दर्ज कराना और न्याय की दिशा में आगे की रणनीति तय करना है। गौरतलब है कि इस प्रकरण में सुबोध यादव, आयुष शर्मा, और हैप्पी भड़ाना (काजीपुर) को पुलिस प्रशासन द्वारा जेल भेजा गया है, जबकि ये सभी निर्दोष हैं। वहीं, वास्तविक रूप से घटना के लिए जिम्मेदार सत्यम रस्तोगी और सिद्धार्थ (रजिस्ट्री बाबू), जो शराब के नशे में तेजगढ़ी चौराहे पर उत्पात मचा रहे थे, उन्हें पुलिस ने मौके से पकड़ा और उनका मेडिकल भी कराया था। बावजूद इसके, बीजेपी नेता के संरक्षण में दोनों को छोड़ दिया गया। यह घटना पुलिस प्रशासन की एकतरफा और पक्षपातपूर्ण कार्रवाई को उजागर करती है।
पंचायत में शामिल होने का आमंत्रण
इस अन्याय के विरोध में आज काजीपुर, जुरानपुर, फफूंदा, कुंडा, नरहड़ा, गगोल, रिठानी, घाट, गुमी, भूड़भराल, बहादरपुर आदि गांवों के प्रमुख सामाजिक व्यक्तियों से मुलाकात कर उन्हें पंचायत में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया।
जनसंपर्क करने वालों में पवन गुर्जर, एडवोकेट आदेश प्रधान, अनुज भड़ाना (पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष), आकाश भड़ाना, भारत भड़ाना (पार्षद), विनोद चेयरमैन (काजीपुर), कालूराम सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे। पवन गुर्जर ने कहा — “यह लड़ाई किसी एक समाज की नहीं बल्कि अन्याय और दबाव की राजनीति के खिलाफ पूरे सर्वसमाज की लड़ाई है। निर्दोष युवाओं को फंसाना प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करता है।” एडवोकेट आदेश प्रधान ने कहा — “पुलिस प्रशासन कानून का मज़ाक बना रहा है। पहले शांति भंग में चालान किया गया, फिर झूठे मुकदमे दर्ज कर धारा बढ़ाई गईं। यह पूरी कार्रवाई राजनीतिक दबाव में की गई है, जिसका कानूनी और सामाजिक दोनों स्तरों पर विरोध किया जाएगा।” अनुज भड़ाना (पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष) ने कहा — “छात्र समाज किसी निर्दोष साथी के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगा। यदि निर्दोष छात्रों को जल्द रिहा नहीं किया गया, तो यह आंदोलन और बड़ा रूप लेगा।” भारत भड़ाना (पार्षद) ने कहा — “प्रशासन अगर निष्पक्ष होता तो असली दोषी आज बाहर न घूम रहे होते। हम अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे, चाहे इसकी कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े।” आकाश भड़ाना ने कहा — “सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता, निर्दोषों को न्याय मिलकर रहेगा।”
ग्रामीणों ने रविवार को होने वाली पंचायत में बड़ी संख्या में पहुंचने का संकल्प लिया ताकि निर्दोष छात्रों की रिहाई और न्याय की मांग को एक मजबूत जनआंदोलन का रूप दिया जा सके।