जेल भेजने का विरोध में पंचायत का एलान

kabir Sharma
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रविवार को महापंचायत का एलान, पुलिस की कार्रवाई को बताया गलत, युवकों की रिहाई की मांग

मेरठ। लोहिया नगर के गाजीपुर में तेजगढ़ी प्रकरण में जेल भेजे गए युवकों को निर्दोष बताते हुए महापंचायत बुलाने का एलान किया गया। इसको लेकर शुक्रवार को एक बैठक भी समाज के लोगों ने की जिसमें पुलिस प्रशासन की कार्रवाई को एकतरफा और पक्षपातपूर्ण कार्रवाई की कड़ी निंदा की गई। बैठक में बताया गया कि इस प्रकरण में हैप्पी भड़ाना, सुबोध यादव एवं आयुष शर्मा तीनों पूर्णत: निर्दोष हैं, जिन्हें बिना पर्याप्त जांच और साक्ष्यों के जेल भेज दिया गया, जबकि मुख्य आरोपी विपुल चपराना ने शीघ्रता से जमानत प्राप्त कर ली है।
वक्ताओं ने कहा कि यह पूरी कार्रवाई प्रभावशाली व्यापारिक वर्गों एवं भाजपा नेताओं के दबाव में की गई प्रतीत होती है। पुलिस द्वारा धारा 308 जैसी गंभीर धाराएँ अनुचित रूप से जोड़ी गईं, जिससे न केवल निर्दोष नागरिकों के अधिकारों का हनन हुआ है, बल्कि पुलिस तंत्र की निष्पक्षता और विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा हो गया है।
बैठक की अध्यक्षता पवन गुर्जर ने की, जबकि संचालन एडवोकेट आदेश प्रधान द्वारा किया गया। सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आगामी रविवार को ग्राम काजीपुर में सर्वसमाज की एक बड़ी सामाजिक पंचायत आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रशासनिक कार्यशैली के विरोध में सामूहिक निर्णय लिए जाएंगे और निर्दोष युवकों की शीघ्र रिहाई की मांग की जाएगी।
सर्वसमाज ने पुलिस प्रशासन से यह भी मांग की कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच किसी उच्च स्तरीय अधिकारी या विशेष जांच टीम से कराई जाए तथा जब तक जांच पूर्ण न हो, किसी निर्दोष व्यक्ति पर कठोर कार्रवाई न की जाए।
सर्वसमाज ने यह भी कहा कि शराब के नशे में उत्पात मचा रहे सत्यम रस्तोगी एवं उसके सहयोगी सिद्धार्थ बाबू (रजिस्ट्री आॅफिस) की पुलिस द्वारा कराई गई मेडिकल रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए, और उपरोक्त व्यक्तियों पर भी समान रूप से कानूनी कार्रवाई की जाए। यदि न्यायोचित और निष्पक्ष जांच नहीं की गई, तो आगामी रविवार को सामाजिक पंचायत के माध्यम से व्यापक जन आंदोलन किया जाएगा।

एडवोकेट आदेश प्रधान यह बोले

पुलिस प्रशासन कानून का मखौल उड़ा रहा है। पहले विपुल चपराना को शांति भंग में चालान किया गया, फिर मुकदमा दर्ज किया गया, और उसके बाद धारा बढ़ाई गई, जो कि पूर्णत: गलत है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वह दबावमुक्त और निष्पक्ष होकर कार्य करे तथा अपनी छवि में सुधार लाए। बैठक में पवन गुर्जर, आदेश प्रधान, अनुज भड़ाना, जयराज चपराना, इशू भड़ाना, भारत भड़ाना, राजकुमार, नकुल स्याल, रिंकू , विनोद चेयरमैन (काजीपुर), बाल किशोर, ईश्वर सिंह, कालूराम, सतीश, गौरव भड़ाना, पवन, राजदीप, ज्ञानेंद्र, मनोज प्रधान, रेगसिंग, नीटू, कपिल भड़ाना, दिनेश शर्मा, विनोद यादव, मोहित यादव आदि भी मौजूद रहे।

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