मेरठ। कांवड़ियो के वेश में पुलिस वालों को उतार दिया गया है। हालांकि अभी इनकी संख्या कम है। बताया गया है। हालांकि मेरठ में तो हर साल यह व्यवस्था की जाती है। उत्तराखंड़ से वेस्ट यूपी की सीमा में प्रवेश के बाद मेरठ की सीमा में प्रवेश के बाद जहां-जहां से भी कांवड़ियों का रेला गुजरता है, उसके मद्दे नजर कांवड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की गयी है। । दरअसल कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन बेहद संवेदशील है। मेरठ से सुरक्षित व शांति पूर्ण कांवड़ यात्रा किसी अग्नि परीक्ष से कम नहीं। इसके चलते यात्रा को लेकर पुलिस-प्रशासन तैयारी में जुटा है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। पुलिसकर्मियों को कांवड़ियों के वेश में तैनात किया जा रहा है। मेरठ की सीमा में जैसे ही कांवड़िया प्रवेश करेंगे, ऐसे पुलिस कर्मी उनमें घुल मिल जाएंग सीमा में वह कांवड़ियों के साथ-साथ चलेंगे। शरारती तत्वों पर नजर रखने के अलावा कोई घटना होने की स्थिति में वह तुरंत कांवड़ियों में घुल-मिल जाएंगे और मौके की स्थिति को संभालने का काम करेंगे। कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है। कांवड़ यात्रा की सुरक्षा के लिए खाका तैयार हो चुका है। दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा व गाजियाबाद के कांवड़िया वाया मेरठ होकर निकलेंगे। कांवड़ियों के बीच चलने वाले पुलिस खास पुलिस कर्मियों की टीम तैयार है। ऐसे पुलिस केवल कांवड़ियों में मिलेंगे ही नहीं बल्कि स्थिति को संभालेंगे और कांवड़ियों को आगे के लिए रवाना करने का काम भी करेंगे। यह बेहद जिम्मेदारी भरी ड्यूटी है। वहीं वह पुलिस अधिकारियों संपर्क में रहेंगे। कोई बात होने पर उन्हें सूचना देंगे, जिस पर पुलिस तत्काल काम करेगी। कांवड़ियों के वेश में इन पुलिसकर्मियों की टोली जगह-जगह तैनात की जा रही है। इसके अलावा चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। सीसीटीवी कैमरों से कांवड़ यात्रा की निगरानी की जाएगी। मांस की दुकानें रूट पहले ही से हटा दी गई हैं। जो जरूरी हैं, वो सभी इंतजाम किए जा रहे हैं