विकुल चपराणा को पद से हटाया, शहर के वैश्य समाज में सख्त नाराजगी, भाजपाई बात कर रहे हैं हिम्मत नहीं
मेरठ। भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष विकुल चपराणा को पद से हटा दिया गया है। व्यापारी सत्यम रस्तौगी से सड़क पर नाक रगडवाए जाने के मामले में भाजपा की हुई प्रदेश व्यापी फजीहत के बाद बुधवार को किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष ठाकुर पंकज सिंह चौहान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी। वहीं दूसरी ओर मेडिकल के शास्त्री नगर इलाके में हुई इस घटना के बाद भाजपा की अंदरूनी राजनीति गरमा गयी है। विरोधी खेमे के पूरे मामले की जानकारी लखनऊ भेज दी है। इस मामले में बुधवार को भाजपा के तमाम बड़े नेता सवालों से कन्नी काटते नजर आए। ऊर्जा राज्यमंत्री ने पहले ही इस मामले से पल्ला झाड़ लिया है। संगठन के जिलाध्यक्ष शिव कुमार राणा ने विकुल चपराणा के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। इस घटना को लेकर भाजपाइयों में खासतौर से भाजपा के वैश्यों में जबरदस्त नाराजगी है। भाजपा के नेता घटना को लेकर आपस में बात तो बहुत कर रहे हैं, लेकिन खुलकर बोलने की हिम्मत कोई नहीं जुटा पा रहा है।
व्यापार संघ की चुप्पी पर सवाल
सड़क पर नाक रगडवाने की घटना व्यापारी के साथ हुई है। कहने को शहर में दो-दो व्यापार संघ है लेकिन किसी भी एक ने इस घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तो दूर की बात रही, किसी ने एक शब्द तक की हिम्मत नहीं जुटाई। दरअसल दोनों ही संयुक्त व्यापार संघ पर भाजपाइयों का ही कब्जा है। लोगों का कहना है कि आरोपी भाजपा का नेता है इसलिए व्यापार संघ के अध्यक्ष मुंह खोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। हालांकि इस घटना को लेकर शहर के वैश्य समाज में जबरदस्त रोष की बात कही जा रही है। नाम न छापे जाने की शर्त पर वैश्य समाज के एक बड़े नेता व कारोबारी ने कहा कि यदि यही घटना किसी मुसलमान या फिर सपा, बसपा या कांग्रेस के नेता ने की होती तो दोनों ही व्यापार संघों में विरोध प्रदर्शन की होड लगी होती। आज दोनों ही व्यापार संघ पुलिस कार्यालय और कलेक्ट्रेट में हंगामा कर रहे होते, मामला क्योंकि भाजपा नेता से जुड़ा है इसलिए खुद पर कार्रवाई के डर से ही दोनों व्यापार संघ चुप्पी साधे हुए हैं।
परिजनों व पुलिस अफसराें से की बात
व्यापार संघ अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया कि उन्होंने इस पूरे मामले में पीड़ित व्यापारी के रिश्तेदारों और पुलिस के आला अधिकारियों से भी चर्चा की है। रिश्तेदारों ने बताया कि सत्यम रस्तौगी किसी से बात करने को भी तैयार नहीं, रिश्तेदारों से भी बात नहीं कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर इस घटना को लेकर सपा व कांग्रेस सरीखे विपक्षी दल भी चुप हैं। खासतौर से इन दलों के वो नेता जो चुनाव में उतरने के लिए ताल ठोक रहे हैं।