पिघलेगी जंग की बर्फ, यूक्रेन का रवैया पड़ा थोड़ा नरम, बड़ा सवाल अमेरिका और यूरोप ऐसा होने देंगे
नई दिल्ली/मास्को/कीव। यूक्रेन औररूस के बीच चल रही जंग के खत्म होने के संकेत मिल रही है। यूक्रेन का रवैया कुछ बदला नजर आ रहा है, लेकिन दुनिया में सबाल पूछा जा रहा है कि क्या दुनिया को जंग में झोंकने वाले कुछ देश ऐसा होने देंगे। दुनिया का मानना है कि यूक्रेन व रूस की जंग के पीछे बड़ी भूमिका अमेरिका और यूरोप के कुछ देशों की है। इन्होंने ही यूक्रेन को जंग के लिए अमादा किया। लेकिन क्रिसमस पर अच्छी खबर मिली है कि दोनों देशों के बीच शायद सीज फायर हो जाए। आज क्रिसमस के मौके पर दुनिया भर में शांति की कामना की जा रही है। यूक्रेन में भी कई जगहों पर चर्चों में प्रार्थनाएं हुईं
जेलेंस्की ने दी अच्छी खबर
जंग को लेकर अच्छी खबर की पहल यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की ओर से की गई है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो दोनों देशों की फौजे फिर से बैरकों में पहुंच जाएंगी। जेलेंस्की ने कहा है कि सभी शांति चाहते हैं और युद्ध समाप्ति के “बहुत करीब” पहुंच चुके हैं। जेलेंस्की ने दोहराया है कि वह युद्ध नहीं चाहते। उनका देश शांति चाहता है।
रियायतों की पेशकश
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने जंग समाप्ति की संभावनाओं के साथ यह भी कहा है कि वह काफी रियायतें देने के भी पक्ष में हैं, जिसमें सैन्य वापसी और अन्य मुद्दों पर सहमति शामिल है। हालांकि, पूर्वी यूक्रेन के औद्योगिक क्षेत्रों पर क्षेत्रीय नियंत्रण जैसे संवेदनशील मुद्दे अभी अनसुलझे हैं।
बयान के बीच रूसी हमले
जेलेंस्की की ओर से रियायत की पेशकश के बाद भी रूस के हालिया हमलों शांति चाहने वाले आशंकित हैं। दरअसल यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने घोषणा की है कि युद्ध समाप्त करने के लिए सभी पक्ष “बहुत करीब” पहुंच चुके हैं। जेलेंस्की ने शांति समझौते के लिए महत्वपूर्ण रियायतें देने की पेशकश की है, रूस ने हाल ही में डनीप्रो और अन्य शहरों पर मिसाइल हमले किए, जिसमें कई लोग मारे गए। अमेरिका और अन्य देशों की मध्यस्थता से वार्ता तेज हुई है, और उम्मीद है कि जल्द ही औपचारिक समझौता हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह 2022 से चले आ रहे युद्ध का अंतिम चरण हो सकता है।