सैनिक संस्था लड़ेगी बच्चों की जंग, निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार (आर.टी.ई ) के अंतर्गत चयनित दुर्बल आय वर्ग के बच्चों के दाखिलों का प्रकरण अब अधिकारियों के गले की फांस बनता जा रहा है जहां एक तरफ गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन आर. टी. ई के प्रवेश के मुद्दे को पूरी सजगता और निरंतरता से शासन एवं प्रशासन के समक्ष उठा रही है वही अब सामाजिक संगठनो ने भी आरटीई के प्रवेश को लेकर गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के समर्थन में आवाज उठाना शरू कर दिया है। “राष्ट्रीय सैनिक संस्था ” के राष्ट्रीय अध्य्क्ष कर्नेल तेजेंद्र पाल त्यागी जो कि परम वीर चक्र विजेता भी है ने गाजियाबाद के दिल्ली पब्लिक स्कूल, मेरठ रोड द्वारा आरटीई के अंतर्गत चयनित 15 बच्चों के दाखिले नही लेने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी को खुला पत्र लिखा है। कर्नेल टी पी त्यागी ने बीएसए को लिखा कि यदि कोई स्कूल चाहे कितना भी प्रतिष्ठित और प्रभावशाली हो,राष्ट्रीय कानूनों का पालन नही करता तो उसके खिलाफ कार्यवाई होनी चाहिए। यदि प्रशासन ऐसे स्कूलो के खिलाफ कार्यवाई नही करता तो प्रश्न उठता है कि क्या संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाई ना हो ? कर्नेल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने स्वामी विवेकानंद की कही हुई बात को स्मरण करते हुए कहा कि “यदि सक्षम लोग उन आरक्षित लोगों पर ध्यान नही देते जिनकी सब्सिडी से वे खुद शिक्षित हुये है तो उन्हें देशभक्त नागरिक नही कहा जा सकता” कर्नल त्यागी द्वारा बीएसए से राइट् टू एजुकेशन के अंतर्गत चयनित दुर्बल आय वर्ग के सभी बच्चों के दाखिले को कहा। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन से सीमा त्यागी और प्रवक्ता विनय कक्कड़ ने कहा है कि राष्ट्रीय सैनिक संस्था द्वारा आरटीई के दाखिले के मुद्दे को उठाने का स्वागत करते है और गाजियाबाद के समस्त आर डब्लू ए एवं प्रदेश के सभी समाजिक, राजनैतिक, जागृत संस्थाएं और प्रबुद्ध वर्ग से अपील करते है कि बच्चों को उनका शिक्षा का मौलिक अधिकार दिलाने की लड़ाई में गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन का साथ दें जिससे हमारे देश के भविष्य हमारे बच्चों को न्याय मिले।