

नगरायुक्त को दिखाया सफाई व्यवस्था का आइना, दिन निकलते ही हापुड़ रोड पहुंच गए सौरभ गंगवार, इंस्पेक्टरों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
मेरठ। दिन निकलते ही हापुड़ रोड पुराने कमेले के समीप पहुंचे नगरायुक्त सौरभ गंगवार को हापुड़ रोड पिलोखड़ी रोड की सफाई व्यवस्था का आइना दिखाया। पूर्व पार्षद अब्दुल गफ्फार ने नगरायुक्त को गंदगी से चौक ओडियन नाला, सड़क के दोनों ओर लगे कूडे के ढेर और नाले की सफाई के बाद कई दिन से सिल्ट के लगे ढ़ेर दिखाए। नगरायुक्त को बताया गया कि इस इलाके को लगता है कि निगम अफसरों खासतौर से स्वास्थ्य विभाग ने अनाथ घोषित कर दिया है। इसके सबूत भी अब्दुल गफ्फार ने मौके पर ही दिए ताकि सनद रहे। नगरायुक्त को बताया गया कि कई-कई दिन तक यहां सफाई कर्मचारी नहीं आते। जब भी सफाई इंस्पेक्टर से शिकायत की जाती है तो एक दूसरे के पाले में गेंद तो डालते हैं, लेकिन सफाई नहीं की जाती। यह इलाका महानगर का सबसे मलीन इलाका नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने बना दिया है। जो कुछ भी पूर्व सभासद व दूसरे सभासदों ने नगरायुक्त को दिखाया उसका उनके पास कोई उत्तर नहीं था। नगरायुक्त ने इतना काम जरूर किया कि इस इलाके की सफाई व्यवस्था के लिए जिम्मेदार निरीक्षकों को मौके पर ही तलब कर लिया। उन्हें सख्त लहजे में चेतावनी दी कि यदि सफाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं की जा सकी तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
नाले से निकाल कर सिल्ट ट्राली में डालें
नगरायुक्त ने सड़क किनारे लगे सिल्ट के पहाड़ों को देखकर नाराजगी जतायी। उन्होंने कहा कि इसको तुरंत हटाया जाए। और निरीक्षकों को हिदायत दी कि नाले की सफाई से जो सिल्ट निकाली जाती है वह नाले के समीप ट्रॉली लगाकर उसमें डाली जाए। नाले की सिल्ट सड़कों पर नहीं सड़नी चाहिए। दरअसल अब्दुल गफ्फार ने ही इस मामले की शिकायत नगरायुक्त से की थी।
नाला पटरियों से हटे अवैध कब्जे
नगरायुक्त से मांग की गयी कि केवल हापुड़ रोड ही नहीं बल्कि पूरे महानगर में जहां जहां भी नाले की पटरी पर अवैध कब्जे किए हुए हैं। इन कब्जों को हटाने के लिए सख्ती से कार्रवाई की जाए और वहां से रास्ते निकाले जाने चाहिए। नालों की पटरी पर अवैध कब्जों की वजह से रास्ते भी तंग हो गए हैं। नालों की पटरी से अवैध कब्जे हटवाए जाने का आश्वासन नगरायुक्त ने दिया।
इन्होंने दिया ज्ञापन
इस मौके पर एक ज्ञापन भी दिया गया। ज्ञापन पर अब्दुल गफ्फार, फजल करीम, अनुराधा गुलाठी, रिजवाल अंसारी, विपिन जिंदल, रेशम, सुमित शर्मा, नाजरीन, कहकशां, असगरी, शांता पुंडीर, राहत, पवन आदि पार्षदों ने भी हस्ताक्षर किए हैं।