युद्ध में महाबली दैत्यों को परास्त करने के लिए ब्रह्मा जी के आग्रह पर देव पत्नियों ने रखा था सबसे पहले ब्रत
पूरी दुनिया में करवा चौथ, अरब देशों में भी धूम, कुछ मुस्लिम महिलाएं भी रखती हैं ब्रत
नई दिल्ली/बनारस। देश ही नहीं दुनिया खासतौर से जो हिन्दू परिवार गल्फ देशों में रह रहे हैं उन सभी परिवारों में सुहागिने आज करवा चौथ का ब्रत रख रही हैं। लेकिन सबसे पहले जिसने यह ब्रत रखा उनकी जानकारी होनी जरूरी है। यहां यह भी बता दें कि केवल हिन्दू महिलाएं ही नहीं गैर हिन्दू महिलाएं भी करवा चाैथ का ब्रत रखने लगी हैं, दरअसल मामला शौहर की लंबी उम्र से जो जुड़ा हुआ है।
पौराणिक कथा
सतयुग से पूर्व जब देवता व दैत्यों में युद्ध छिड़ गया तो त्रिदेव से मिले वरदानों के चलते दैत्यों ने देवताओं को परास्त कर दिया। तब सभी देवता ब्रह्मदेव के पास पहुंचे। ब्रह्मदेव ने सभी देवियों को कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चर्तुथी का व्रत करने के लिए कहा, जिसे करवा चौथ के नाम से जाना जाता है। ब्रह्मदेव ने कहा कि इस व्रत को करने से उनके पति दानवों से यह युद्ध जीत जाएंगे। तब देवों की पत्नियों ने करवा चौथ का ब्रत रखा उसके बाद युद्ध में देवताओं ने दैत्यों को पराजित कर दिया। इसके अलावा एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार पर्वत पर अर्जुन नीलगिरी तपस्या में लीन थे। तब पांडवों पर कई प्रकार के संकट आने लगे। ऐसे में द्रौपदी ने जगत के पालनहार श्रीकृष्ण से मदद मांगी। श्रीकृष्ण ने कहा कि कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन करवा माता का व्रत करें। उनके कहने पर द्रौपदी ने विधिपूर्वक व्रत किया। इसके प्रभाव से पांडवों को संकटों से छुटकारा मिल गया।