
नई दिल्ली/इंदौर राजा रधुवंशी की हत्या सोनम ने ही करायी। जिसने भी यह सुना कानों को हाथ लगा लिया और दूसरी ओर सोनम को कोसना भी शुरू कर दिया। राजा रघुवंशी की वजह से जो सोनम नोटों में खेल रही थी वो अब सलाखाें के पीछे पहुंच गयी है। सोनम ही नहीं चारों लड़के भी जिनकी जिंदगी सोनम की वजह से अब सलाखों के पीछे कटेगी। इन चारों के घर वाले भी उस घड़ी को कोंस रहे हैं जब इन चारों लड़कों की सोनम से मुलाकात हुई थी। साेनम ने हत्या की बात स्वीकार कर ली और चारों युवकों ने भी पुलिस के सामने कबूल कर लिया कि उन्होंने राजा को खाई में फैंका। सोनम और राज के बीच पांच महीने से प्रेम प्रसंग चल रहा था। राज ने कबूल किया कि सोनम से अफेयर 4 से 5 माह का था। पिता के हार्ट पेशेंट होने से सोनम लव मैरिज नहीं कर पा रही थी। पिता समाज में शादी करना चाहते थे इसलिए उसने राजा से शादी को हां कर ली थी। उसने पहले ही तय कर लिया था कि शादी के बाद राजा को मारकर राज के साथ रहने लगेगी। सोनम ने राज से कहा था कि जब मैं विधवा हो जाऊंगी, फिर तुम मुझसे शादी कर लेना। तब मेरे परिवार वाले भी हमारी शादी के लिए मान जाएंगे।
16 मई रची गई हत्या की साजिश
इसके बाद राजा और सोनम की 11 मई को शादी हुई। दोनों के परिवार बहुत खुश थे। सोनम भी परिवार में घुल मिल गई और कभी अपनी साजिश का शक नहीं होने दिया। 16 मई को सुपर कॉरिडोर के कैफे में राजा की हत्या की साजिश रची गई। प्रेमी राज ने दोस्त विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को साथ में लिया। उसी रात छह घंटे तक फोन पर सोनम को हत्या की पूरी योजना समझाई गई। हत्या के पहले राज ने आरोपियों को 50 हजार, एक कीपैड, एक एंड्रॉइड मोबाइल और नई सिम दिलाई। ये सब चीजें आरोपियों ने सोनम को दे दी। इसी नंबर और फोन से सोनम शिलांग जाने के बाद तीनों के संपर्क में रही थी।
प्रेमी राज को जब सोनम ने 22 मई को शिलांग के लिए निकलने की बात कही तो राज ने आरोपियों के टिकट कराए, लेकिन ऐनवक्त पर खुद ने जाने से मना कर दिया। राज इंदौर से ही तीनों को डायरेक्शन देता रहा। वह यहां पर राजा के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ ताकि किसी को कोई शक न हो। आरोपियों ने बताया कि वे राज के कहने पर ही शिलांग आए। राजा को जिस ‘डाव’ (छोटी कुल्हाड़ी) से मारा, वह ऑनलाइन गुवाहाटी से खरीदा था। आरोपी उनके होम स्टे से एक किमी दूर ही ठहरे थे। सोनम आरोपियों को पल-पल की लोकेशन दे रही थी। यहां पर किराये की बाइक ली और राजा सोनम के पीछे घूमने लगे। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि 23 मई की दोपहर 1.30 बजे राजा की हत्या की गई। 23 मई को सोनम ने अपरा एकादशी व्रत किया था। यह बात उसने फोन पर अपनी सास को भी बताई थी। मान्यता है कि यह व्रत पापों से मुक्ति और मनोकामना पूर्ण करने के लिए किया जाता है, लेकिन सोनम ने इसी दिन हत्या को अंजाम दिया। जब आरोपियों ने राजा के पास जाकर उस पर हमला किया तो उसने मुकाबला भी किया, लेकिन सीने व सिर पर गंभीर घाव से वह टूट गया। पुलिस ने बताया कि चार आरोपियों में से एक विशाल चौहान ने राजा के सिर पर पीछे से हमला किया था। उस दौरान सोनम ने आरोपियों से चीखकर कहा मार डालो इसे। आरोपियों ने बताया कि खाई में फेंकने तक वह जिंदा था। खाई में फेंकने के लिए आरोपी राजा को उठा नहीं पा रहे थे तो सोनम ने खुद राजा को धक्का दे दिया और उसे खाई में फेंक दिया। आरोपियों ने बताया कि इससे आधे घंटे पहले ही सोनम ने अपनी सास से बात की थी।