
गाजा में अमन की बापसी उम्मीद, दोनों ओर से बंधकों की रिहाई, लेकिन हालात अभी भी बेहद नाजुक और डरावने
नई दिल्ली/गाजा/न्यूयार्क। आसमान से अब गाजा में बारूद की बारिश नहीं हो रही है, लेकिन अभी मुस्तकिल यानि स्थायी अमन का इंतजार है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इस दिशा में काफी कुछ प्रयास कर रहे हैं। इजराइल और हमास ने काफी बंधकों को रिहा भी किया है। लेकिन काफी कुछ किया जाना भी अभी बाकि है। पिछले 10 दिनों में कतर और मिस्र के मध्यस्थों ने गाजा में मानवीय युद्धविराम (humanitarian truce) के लिए नए दौर की बातचीत शुरू की है। हमास ने 42 दिन के अस्थायी युद्धविराम के बदले में 18-25 इज़राइली बंधकों की रिहाई का प्रस्ताव रखा है। इज़राइल ने अभी तक औपचारिक जवाब नहीं दिया, लेकिन सुरक्षा कैबिनेट में इस पर गहन चर्चा चल रही है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि “दो-राज्य समाधान अब केवल नैतिक विकल्प नहीं, बल्कि रणनीतिक आवश्यकता है”। नए प्रस्ताव में गाजा के पुनर्निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय फंड और वेस्ट बैंक में फ़लस्तीनी प्राधिकरण को मजबूत करने की बात कही गई है।
सीज फायर के बाद भी चार सौ फिलिस्तिनियों की मौत
कहने को दुनिया के तमाम देशों ने मिलकर गाजा में युद्ध विराम लागू करा दिया है, लेकिन युद्ध विराम के बाद से अब तक चार सौ फिलिस्तिनियों की मौत हो चुकी है। वहां मौत का सिलसिला थमे तो बात बने। अक्टूबर 2025 से लागू हुआ शांति समझौता (ट्रंप प्रशासन द्वारा प्रस्तावित 20-पॉइंट प्लान) अभी भी नाजुक बना हुआ है। बंधकों और कैदियों की रिहाई हो चुकी है, लेकिन हमास के लड़कों का हथियार डालना और गाजा से इजराइली फौजियों की बापसी होना अभी बाकि है।
अड़ा हुआ है इजराइल
शांति समझौते के लिए तमाम देशों के प्रयास के बाद भी इजराइल गाजा में फौजियों की तैनाती पर अमादा है। इस्राएली रक्षा मंत्री इज़राइल काट्ज़ ने कहा कि इस्राएल गाजा से पूरी तरह पीछे नहीं हटेगा और वहां सैन्य इकाइयाँ बनी रहेंगी। मध्यस्थ देशों (अमेरिका, कतर, मिस्र, तुर्की) की बैठकें मियामी में हुईं, जहां दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर उल्लंघन का आरोप लगाया।
प्रयास करने वाले नाउम्मीद नहीं
गाजा समझौते का प्रयास करने वाले कतई भी ना उम्मीद नहीं। कतर और यूएई की जिम्मेदारी बढ़ी है। सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पिछले हफ्ते कहा कि “फ़लस्तीनी राज्य के बिना क्षेत्रीय सामान्यीकरण (normalization with Israel) संभव नहीं”। यह बयान इज़राइल के लिए महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है। अब तक उत्तरी गाजा में इज़राइली सेना ने बड़े पैमाने पर वापसी शुरू की है (करीब 60% बल वापस बुलाए गए)। हालांकि दक्षिणी गाजा (खान यूनिस और रफ़ाह) में अभी भी तीव्र ऑपरेशन जारी है। इतना ही नहीं। फिर भी उम्मीद है कि गाजा में अमन की बापसी होगी।